गाजियाबाद जिले के मुरादनगर श्मशान घाट पर एक बुजुर्ग के अंतिम संस्कार में शामिल 24 लोगों की मौत हो गई है। ये दर्दनाक हादसा उस समय हुआ जब बुजुर्ग के शव का दाह संस्कार चल रहा था, बारिश से बचने के लिए शवयात्रा में शामिल लोग शमशान परिसर गैलरी में बनी छत के नीचे खड़े हो गए। अचानक से लेंटर भरभरा कर गिर गया और उसमे लगभग 40 के करीब लोग दब गए।
इस हादसे में अब तक 24 लोगों की मौत हो गई है जबकि 17 लोग घायल हुए हैं और उन्हें उपचार के लिए अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस-प्रशासन के आलाधिकारी मौके पर पहुंचा।
गाजियाबाद प्रशासन के मुताबिक मृतकों की संख्या बढ़कर 24 हो गई है जबकि 17 लोग घायल हैं। मुख्यमंत्री योगी ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर मेरठ मंडल आयुक्त एडीजी मेरठ जोन जांच के लिए घटनास्थल पर पहुंच गए। मेरठ रेंज के आईजी प्रवीण कुमार का कहना है कि जांच में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी।
श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार के दौरान हुए हादसे की गूंज लखनऊ तक पहुंची तो राहत और बचाव कार्य के निरीक्षण के लिए अधिकारी खुद मौके पर कैंप कर रहे हैं, वहीं शासन ने देर रात तक इस हादसे की रिपोर्ट मांगी है।
गौरतलब है कि श्मशान घाट में क्षतिग्रस्त लेंटर का निर्माण बीते अक्टूबर में ही पूरा हुआ था। प्रशासन मामले की जांच में जुट गया है।
घटनास्थल पर जमा भीड़ ने अधिकारियों को घेरते हुए हुए घटिया निर्माण का आरोप लगाया है। इन लोगों की मांग थी कि जिन भ्रष्टाचारियों के कारण इतने लोगों की जान गई है, उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर दु:ख जताया है। प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया- 'उत्तरप्रदेश के मुरादनगर में हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे की खबर से अत्यंत दु:ख पहुंचा है। राज्य सरकार राहत और बचाव कार्य में तत्परता से जुटी है। इस दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं, साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
शासन इस पूरे प्रकरण पर पैनी नजर रखे हुए है। इसके चलते मुरादनगर थाने में नगरपालिका EO निहारिका सिंह, जेई चंद्रपाल, सुपरवाइजर आशीष, ठेकेदार अजय त्यागी अन्य अज्ञात साथियों पर IPC की धारा 304 , 337, 338 , 427 , 409 में मुकदमा दर्ज हुआ है।