Biodata Maker

TMC नेता महुआ मोइत्रा पर CBI का शिकंजा, प्राथमिकी दर्ज

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
गुरुवार, 21 मार्च 2024 (23:01 IST)
CBI FIR against TMC leader Mahua Moitra : भ्रष्टाचार रोधी संस्था लोकपाल के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने धन लेकर सवाल पूछने के मामले में तृणमूल कांग्रेस (TMC) की पूर्व सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ गुरुवार को प्राथमिकी दर्ज की।
 
लोकपाल ने मोइत्रा के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे द्वारा लगाए गए आरोपों पर सीबीआई की प्रारंभिक जांच के निष्कर्ष मिलने के बाद एजेंसी को निर्देश जारी किए हैं। लोकपाल ने सीबीआई को इस मामले में मोइत्रा के खिलाफ शिकायतों के सभी पहलुओं की जांच करने के बाद छह महीने में अपने निष्कर्ष प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
ALSO READ: महुआ मोइत्रा को दिल्ली HC से झटका, सरकारी बंगला खाली करने के नोटिस मामले में नहीं मिली राहत
लोकसभा ने पिछले साल दिसंबर में अनैतिक आचरण के लिए मोइत्रा को निष्कासित कर दिया था। पूर्व सांसद ने अपने निष्कासन को उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी है और वह आम चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर लोकसभा सीट से टीएमसी उम्मीदवार के रूप में फिर से मैदान में होंगी।
ALSO READ: रिलेशनशिप के बाद क्‍यों जानी दुश्‍मन बन गए महुआ मोइत्रा और जय अनंत, क्‍या होता है जिल्‍टेड एक्‍स?
दुबे ने आरोप लगाया था कि मोइत्रा ने उद्योगपति गौतम अडाणी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत अन्य पर निशाना साधने के लिए कारोबारी दर्शन हीरानंदानी से नकदी और उपहार के बदले में लोकसभा में सवाल पूछे। मोइत्रा ने सभी आरोपों से इनकार किया है।
 
लोकपाल की पीठ ने आदेश में कहा, लोकपाल ने पाया कि प्रतिवादी लोक सेवक के खिलाफ लगाए गए आरोप बेहद गंभीर प्रकृति के हैं, जिनमें से अधिकतर के पक्ष में ठोस सबूत हैं। पीठ में न्यायमूर्ति अभिलाषा कुमारी (न्यायिक सदस्य) और सदस्य अर्चना रामसुंदरम और महेंद्र सिंह शामिल हैं। आदेश में कहा गया, इसलिए हमारी सुविचारित राय में सच्चाई का पता लगाने के लिए गहरी जांच की आवश्यकता है।
ALSO READ: जासूस हैं महुआ मोइत्रा, वकील अनंत देहाद्रई ने लगाया TMC नेता पर एक और आरोप
आदेश में कहा गया कि लोक सेवक अपने कर्तव्यों के निर्वहन में ईमानदारी बरतने के लिए बाध्य है, चाहे वह किसी भी पद पर हो। लोकपाल के आदेश में कहा गया, जनप्रतिनिधि के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी होती है। भ्रष्टाचार ऐसी बीमारी है जो इस लोकतांत्रिक देश के विधायी, प्रशासनिक, सामाजिक और आर्थिक कामकाज पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रही है।
ALSO READ: निष्कासन के बाद महुआ मोइत्रा ने आचार समिति को कहा 'कंगारू अदालत'
पीठ ने आदेश में कहा, हम सीबीआई को शिकायत में लगाए गए आरोपों के सभी पहलुओं की जांच करने और इस आदेश की तारीख से छह महीने के भीतर जांच रिपोर्ट की एक प्रति सौंपने का निर्देश देते हैं। आदेश में कहा गया है कि सीबीआई जांच की स्थिति के संबंध में मासिक रिपोर्ट दाखिल करेगी। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Gold ने लगाई ऊंची छलांग, 2 हफ्ते के हाईलेवल पर दाम, चांदी में भी आई तेजी, बैंक ऑफ अमेरिका का बड़ा बयान

SIR में मतदाता सूची में नाम जोड़ने के लिए कौनसा फॉर्म भरें और उसके साथ कौनसे दस्तावेज लगेंगे

Delhi blasts के बीच नूंह से वकील गिरफ्तार, ISI को देता था खूफियां जानकारियां

Aadhaar अपडेट के नए नियम लागू, UIDAI ने जारी की 2025 की नई गाइडलाइंस, बदले डॉक्टूमेंट्‍स के नियम

दिल्ली ब्लास्ट : NIA ने गिरफ्तार किया एक और आतंकी, क्या है उसका अल फलाह यूनिवर्सिटी से कनेक्शन?

सभी देखें

नवीनतम

कहां हैं Imran Khan, क्यों उड़ी अफवाह, क्या जेल में हो गई हत्या, सोशल मीडिया की अफवाह में कितना सच

शेख हसीना की पार्टी के ऐलान से उड़ी मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार की नींद

ध्वजारोहण समारोह से ‘अयोध्या ब्रांड’ को मिली वैश्विक पहचान

जम्बूरी : युवा ऊर्जा के वैश्विक संगम के साथ सुरक्षा और सशक्तिकरण का संदेश

भारत का संविधान अनेकता को एकता में जोड़ने वाला : CM योगी

अगला लेख