हाथरस। हाथरस में कथित गैंगरेप मामले की जांच के लिए CBI की टीम हाथरस पहुंची। टीम ने स्थानीय प्रशासन से घटना से जुड़े दस्तावेज मांगे। उप्र की योगी सरकार ने इस मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। देश के सबसे बड़ी जांच एजेंसी ने इस केस में जांच शुरू कर दी है। हाथरस केस में सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जांच के लिए सीबीआई द्वारा एक टीम भी गठित की गई है। इससे पहले मृतका के भाई की शिकायत पर हाथरस जिले के चंदपा थाने में इस घटना के संबंध में मामला दर्ज किया गया था।
सीबीआई के प्रवक्ता आरके गौड़ ने कहा कि शिकायतकर्ता ने 14 सितंबर को आरोप लगाया था कि आरोपियों ने बाजरे के खेत में उसकी बहन का गला घोंटने की कोशिश की। उत्तरप्रदेश सरकार के अनुरोध पर और उसके बाद भारत सरकार की अधिसूचना के बाद सीबीआई ने इस संबंध में मामला दर्ज किया है। उन्होंने बताया कि मामले की जांच के लिए एजेंसी ने एक दल का गठन किया है।
हाईकोर्ट में पेश होंगे पीड़िता के परिजन : हाथरस पीड़िता के परिजन सोमवार को इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ के समक्ष पेश होंगे। अदालत ने हाथरस के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक समेत उच्चाधिकारियों को भी उसके समक्ष उपस्थित होने के निर्देश दिए हैं।
अदालत ने 1 अक्टूबर को हाथरस मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए प्रदेश के अपर मुख्य सचिव (गृह), पुलिस महानिदेशक, अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था), जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को सोमवार को तलब किया। खंडपीठ ने अधिकारियों को मामले से संबंधित दस्तावेज लेकर आने को कहा है। न्यायमूर्ति राजन रॉय और न्यायमूर्ति जसप्रीत सिंह की खंडपीठ ने यह आदेश दिया था।
हाथरस के पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने शनिवार को बताया कि परिजनों को अदालत में पेश करने के मामले में जिला न्यायाधीश को नोडल अधिकारी बनाया गया है। जायसवाल ने बताया कि युवती के परिवार की सुरक्षा का पर्याप्त इंतजाम किया गया है। परिवार की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी पुलिस उप महानिरीक्षक शलभ माथुर संभाल रहे हैं।
हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में गत 14 सितंबर को एक दलित युवती से कथित रूप से सामूहिक बलात्कार और मारपीट की गई थी। इस घटना में गंभीर रूप से घायल हुई लड़की की बाद में दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इस मामले में गांव के ही रहने वाले 4 युवकों को गिरफ्तार किया गया था।
राहुल गांधी ने साधा निशाना : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाथरस की घटना पर उप्र सरकार पर निशाना साधते हुए रविवार को कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी पुलिस ने कहा कि किसी का बलात्कार नहीं हुआ क्योंकि उनके लिए तथा अनेक अन्य भारतीयों के लिए तो वह (हाथरस मामले की पीड़ित) ‘कोई थी ही नहीं’।
गांधी ने ट्वीट में कहा कि शर्मनाक सच तो यह है कि अनेक भारतीय लोग दलितों, मुस्लिमों और आदिवासियों को इंसान ही नहीं मानते।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने ट्वीट किया कि मुख्यमंत्री और उनकी पुलिस ने कहा कि किसी का बलात्कार नहीं हुआ क्योंकि उनके लिए तथा अनेक अन्य भारतीयों के लिए तो वह ‘कोई थी ही नहीं’। उन्होंने अपने ट्वीट के साथ एक मीडिया रिपोर्ट भी शेयर किया कि जिसमें सवाल किया गया है कि पुलिस बलात्कार से इंकार क्यों कर रही है जब युवती ने खुद बलात्कार के बारे में कहा था। (इनपुट भाषा)