नई दिल्ली। तमिलनाडु के हेलीकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत चीन को पाकिस्तान से बड़ा खतरा मानते थे। उन्होंने अपने आखिरी बयान में भी चीन को अपनी हरकतों से बाज आने की चेतावनी दी थी।
उन्होंने कहा था कि हम किसी भी तरह के दुस्साहस का जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। अगर वे फिर से गलवान जैसी घटना को अंजाम देते हैं, तो उन्हें उसी भाषा में जवाब मिलेगा जैसा पिछली बार दिया गया था।
CDS रावत ने कहा था कि भारत-चीन के बीच संदेह के बादल बहुत गहरे हैं। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने LAC से सटे इलाकों में बुनियादी ढांचे को काफी बेहतर कर लिया है। ऐसे में चीन तेजी से आगे के इलाकों में फिर से वापसी कर सकता है। यहां किसी तरह की ढिलाई नहीं बरती जाएगी।
जनरल रावत ने कहा था कि अगर चीनी सैनिक वहां स्थायी रूप से रहने वाले हैं, तो हम भी पूरी तरह तैयार हैं। हमारे सैनिक भी अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए ऊंचे पहाड़ों में स्थाई रूप से बने रहेंगे।