rashifal-2026

UPSC परीक्षा से वंचित छात्रों को एक और मौका देने के पक्ष में नहीं केंद्र

Webdunia
शुक्रवार, 22 जनवरी 2021 (16:41 IST)
नई दिल्ली। केंद्र ने शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय को बताया कि वह पिछले साल महामारी के कारण संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित परीक्षा में शामिल नहीं होने से अपना आखिरी मौका गंवा देने वाले अभ्यर्थियों को एक और अवसर देने के पक्ष में नहीं है।
 
न्यायमूर्ति एएम खानविलकर के नेतृत्व वाली पीठ ने कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) की तरफ से पेश अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू के निवेदन का संज्ञान लिया कि सरकार कोविड-19 महामारी के कारण 2020 में सिविल सेवा अभ्यर्थियों को एक और अवसर देने को तैयार नहीं है।
ALSO READ: Fact Check: 26 वर्ष से अधिक उम्र के लोग नहीं बन पाएंगे IAS-IPS अफसर, UPSC कर रही नियमों में बदलाव? जानिए सच
अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल ने पीठ से कहा कि हम एक और अवसर देने को तैयार नहीं है। मुझे हलफनामा दाखिल करने का समय दीजिए। कल (गुरुवार) रात मुझे निर्देश मिला है कि हम इस पर तैयार नहीं हैं। पीठ में न्यायमूर्ति बीआर गवई और न्यायमूर्ति कृष्ण मुरारी भी थे।
पीठ ने सिविल सेवा की अभ्यर्थी रचना की। याचिका को 25 जनवरी के लिए सूचीबद्ध किया है और केंद्र से एक हलफनामा दाखिल करने को कहा है। इससे पहले सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने पीठ को बताया था कि सिविल सर्विसेज के ऐसे उम्मीदवारों को सरकार एक और मौका देने पर विचार कर रही है। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

दिल्ली में प्रदूषण के खिलाफ प्रदर्शन पर क्‍यों भड़कीं मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता

कोलकाता में रचा इतिहास, 5 लाख लोगों ने किया गीता पाठ, साधु-संत समेत कई भाजपा नेता हुए शामिल

Indigo कर रही 1650 उड़ानों का संचालन, 650 फ्लाइट हुईं रद्द, Airline ने जताई यह उम्‍मीद

Karnataka में सिद्धरमैया या शिवकुमार, कांग्रेस आलाकमान का मंथन, किसके पक्ष में आया फैसला

पुतिन से नहीं मिलवाए जाने पर क्या बोले राहुल गांधी

सभी देखें

नवीनतम

LIVE: बंगाल चुनाव के कारण वंदे मातरम पर बहस, लोकसभा में बोलीं प्रियंका गांधी

World First AI Phone : लॉन्च हुआ Nubia M153, दुनिया का पहला एजेंटिक AI स्मार्टफोन, 6000mAh बैटरी के साथ

बेटी से एयर इंडिया ने लिया 41,000 रुपए किराया, JDU नेता केसी त्यागी ने गुस्से में दी धमकी

बुकिंग, कैंसिलेशन और रिफंड के नाम पर कैसे यात्रियों को फंसाती हैं एयरलाइंस, क्‍या है फायदे और नुकसान का खेल?

अखिलेश के निशाने पर मोदी सरकार, वंदे मातरम पर चर्चा के दौरान कसा तंज

अगला लेख