विजयवाड़ा। आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'प्रचार प्रधानमंत्री हैं जो अपने वादे निभाने में नाकाम रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि 2019 के लोकसभा चुनावों के जरिए भाजपा ‘निश्चित तौर पर’ सत्ता में नहीं आएगी। नायडू ने कहा कि कांग्रेस भी अपने दम पर सरकार नहीं बना पाएगी।
उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय पार्टियों में ‘योग्य एवं सक्षम’नेता हैं जो चुनावों के बाद अहम भूमिका निभाएंगे। तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के प्रमुख ने यह टिप्पणी ऐसे समय में की है जब पिछले ही दिनों उन्होंने कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में कई क्षेत्रीय पार्टियों के नेताओं के साथ मंच साझा किया था।
तेदेपा के वार्षिक सम्मेलन ‘महानाडु’ का उद्घाटन करते हुए नायडू ने कहा कि उनकी पार्टी अतीत में सरकार गठन में अहम भूमिकाएं निभा चुकी है और उसमें देश के विमर्श को बदलने का माद्दा है। उन्होंने संकेत दिए कि भाजपा को रोकने के लिए वे समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ गठबंधन कर सकते हैं।
नायडू ने कहा कि 1996 में संयुक्त मोर्चा की सरकार बनने में तेदेपा ने अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा कि मोदी प्रचार करने वाले प्रधानमंत्री हैं, जो सिर्फ नारे गढ़ते हैं, लेकिन वे वादे पूरे करने में नाकाम रहे हैं। नायडू ने कहा कि भाजपा 2019 में निश्चित तौर पर सत्ता में नहीं आएगी।
भाजपा का फिर से सरकार बनाना दूर का सपना है। चुनावों के दौरान ईवीएम से छेड़छाड़ के आरोपों पर उन्होंने कहा कि ईवीएम के इस्तेमाल पर गहन चर्चा होनी चाहिए ताकि निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित हो सकें। नायडू ने कहा कि तेदेपा ने केंद्र की एनडीए सरकार से समर्थन वापस इसलिए लिया क्योंकि वे आंध्रप्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने के अपने वादे से पीछे हट गई और आंध्रप्रदेश पुनर्गठन कानून पर अमल में नाकाम रही।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा बदले की राजनीति कर रही है और सीबीआई एवं ईडी जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल, उन पर दबाव डालने के लिए कर रही है जो उसकी लाइन पर नहीं चलते। नायडू ने भाजपा पर आरोप लगाया कि उसने आंध्र के लोगों को छला है और जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस के साथ मिलकर कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा की है। (भाषा)