देहरादून। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के लिए लोगों में भारी उत्साह दिखाई दे रहा है। मात्र 5 दिनों में बद्रीनाथ और केदारनाथ जाने के लिए 1.14 लाख से ज्यादा लोगों ने रजिस्ट्रेशन करा लिया है। बद्रीनाथ की बजाय केदारनाथ यात्रा को लेकर लोगों में अधिक उत्साह दिखाई दे रहा है। जोशीमठ में आई दरारों के बाद आशंका जताई जा रही थी कि इससे चारधाम यात्रा पर बुरा असर पड़ सकता है। बहरहाल यात्रा को लेकर दिखे उत्साह ने तमाम आशंकाओं को धता बता दिया है।
राज्य पर्यटन विभाग द्वारा जारी आंकड़े के अनुसार, शनिवार तक बद्रीनाथ और केदारनाथ यात्रा के लिए अब तक 1,14,553 श्रद्धालुओं ने यात्रा के लिए पंजीकरण कराया है। इसमें केदारनाथ के लिए 62,993 एवं बद्रीनाथ के लिए 51,557 पंजीकरण किए गए हैं।
4 तरीके से करा सकते हैं रजिस्ट्रेशन : श्रद्धालु यात्रा के लिए वेबसाइट, कॉल के द्वारा, व्हाट्सएप और मोबाइल ऐप के जरिए अपना पंजीकरण करा सकते हैं। जहां अब तक वेबसाइट के जरिए 92,397 श्रद्धालुओं का पंजीकरण किया गया वहीं मोबाइल ऐप और व्हाट्सएप के जरिए क्रमश: 14,910 और 7,246 श्रद्धालु पंजीकृत किए गए हैं। श्रद्धालु उत्तराखंड टूरिस्ट केयर की वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। व्हाट्सएप द्वारा रजिस्ट्रेशन कराने के लिए +91 83948-33833 नंबर पर Yatra टाइप कर भेजना होगा।
क्या है हेल्पलाइन नंबर : श्रद्धालुओं के लिए यात्रा संबंधी जानकारी एवं सुझावों के लिए सरकार ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है। इन हेल्पलाइन नंबरों में चारधाम टोल फ्री नं. 1364 तथा 0135-1364 (अन्य राज्यों के लिए), चार धाम कंट्रोल रूम नं. 0135-2559898, 2552627, आपदा प्रबंधन नं. 0135-276066, 1070 (टोल फ्री) आदि नंबरों पर कॉल करके आवश्यक जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
श्रद्धालुओं का विशेष ध्यान : प्रशासन ने इस वर्ष चार धाम यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की उचित स्वास्थ्य जांच सुनिश्चित की है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित की गई हैं जिसमें डॉक्टरों और चिकित्सकीय पेशेवरों की तैनाती, पर्याप्त मात्रा में स्वास्थ्य संबंधी आवश्यक वस्तुओं और दवाओं का भंडारण आदि शामिल हैं।
गंगोत्री- यमुनोत्री के लिए कब शुरू होगा रजिस्ट्रेशन : गंगोत्री और यमुनोत्री के लिए अभी पंजीकरण शुरू नहीं हुए हैं क्योंकि इनके कपाट खुलने की आधिकारिक घोषणा अभी नहीं हुई। कहा जा रहा है कि आगामी 25 मार्च के बाद गंगोत्री और यमुनोत्री के लिए पंजीकरण शुरू किया जा सकता है। इस बार चारधाम यात्रा के लिए सभी स्थानीय और बाहरी यात्रियों के लिए ऑनलाइन पंजीकरण अनिवार्य किया गया है।
Edited by : Nrapendra Gupta