नई दिल्ली। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। जैसे ही यह फोटो वायरल हुआ तो ट्विटर पर इसको लेकर खूब हलचल मची। लोगों ने अलग-अलग तरह के कमेंट किए।
पारस राय नामक ट्विटर हैंडल से इस फोटो पर प्रतिक्रिया की गई कि प्रधानमंत्री के सामने कैसे बैठा जाता है, यह शिष्टाचार भी मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री में नहीं है। एक अन्य ने लिखा कि जिस तरह वे प्रधानमंत्री के समक्ष बैठे हैं, उसमें इनका अहंकार साफ दिखाई दे रहा है।
द लिबरल हिन्दू नामक ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि मैं भोपाल में रहता हूं। राज्य की इस राजधानी में भी बिजली की समस्या है। कांग्रेस के आने के बाद बिजली कभी भी चली जाती है। जब राजधानी में यह हालत है तो गांवों की तो कल्पना ही नहीं कर सकते।
एक अन्य ने लिखा कि यह कांग्रेस हाईकमान पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं कि अगर इन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाया गया तो यह सीधे मोदीजी की शरण में चले जाएंगे। बेपरवाह नामक ट्विटर हैंडल पर लिखा गया कि नाम कमल है तो कमल के साथ मिलकर सरकार बनाने का प्रेशर आया होगा शाह मिनिस्ट्री से।
राकेश प्रसाद ने लिखा कि नकुल नाथ की जीत की खुशी दिख रही है। एक अन्य ने सवाल किया कि क्या राहुल गांधी के सामने भी वे ऐसे ही बैठेंगे। एक अन्य व्यक्ति ने लिखा- रस्सी जल गई, बल नहीं गया। अहंकार तो देखो...
क्या था मिलने का उद्देश्य : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गुरुवार को यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भेंट करके मध्यप्रदेश में लंबित योजनाओं के लिए आवंटित राशि शीघ्र जारी किए जाने की मांग की।
सात लोक कल्याण मार्ग स्थित प्रधानमंत्री निवास में हुई इस मुलाकात में मुख्यमंत्री ने मोदी को दाेबारा प्रधानमंत्री बनने पर शुभकामनाएं दीं। लगभग आधा घंटा चली इस मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने केन्द्र में प्रदेश हित की लंबित योजनाओं एवं इनके लिए आवंटित धनराशि के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने प्रधानमंत्री से लंबित योजनाओं से जुड़ी राशि को शीघ्र पारित करवाने की मांग की।
राज्य सरकार के अधिकारियों के अनुसार प्रधानमंत्री ने कमलनाथ को आश्वासन दिया कि वे इस संबंध में संबंधित मंत्रालयों को शीघ्र कार्रवाई करने का निर्देश देंगे और साथ ही भविष्य में भी मध्यप्रदेश के हितों का ध्यान रखेंगे।