Afgan boy landing gear : दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लोग उस समय हैरान रह गए जब काबुल से एक विमान के लैंडिंग गेयर में छिपकर एक बच्चा दिल्ली पहुंच गया। पूछताछ के बाद उसे उसी विमान से वापस अफगानिस्तान भेज दिया गया है।
बताया जा रहा है कि दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 'काम एयरलाइंस' के विमान के चालक दल ने एक लड़के को विमान के पास टहलते देखा। उन्होंने तुरंत एयरपोर्ट पर तैनात सीआईएसएफ के सुरक्षाकर्मियों को इसकी सूचना दे दी। सुरक्षाकर्मी उसे पूछताछ के लिए टर्मिनल-3 पर ले गए।
पूछताछ के दौरान पता चला कि लड़का अफगानिस्तान के कुंदुज प्रांत का रहने वाला है। इस लड़के के विमान तक पहुंचने से काबुल हवाई अड्डे पर सुरक्षा उपायों पर सवाल उठे हैं। कई विशेषज्ञों का मानना है कि लड़के का जिंदा रहना किसी चमत्कार से कम नहीं है। उसकी पहचान को गुप्त रखा गया है।
क्या होता है विमान का लैंडिंग गियर : किसी भी विमान में लैंडिंग गियर एसी जगह होती है जहां प्लेन टेकऑफ के बाद उसके टायर फोल्ड होकर अंदर चले जाते हैं और फ्लैप बंद हो जाता है। जब प्लेन लैंड कर रहा होता है तो लैंडिंग से पहले ही हवा में टायर बाहर निकल जाते हैं। इस स्थान पर सिर्फ टायरों के फिट होने की जगह होती है।
कितनी रिस्की है यहां बैठकर सफर करना : टायर हाइड्रोलिक सिस्टम से बंद होते हैं। हाइड्रोलिक सिस्टम की ताकत से लैंडिंग गियर में बैठे इंसान की मौत हो सकती है। लैंडिंग गियर बंद होने के बाद यहां पूरी तरह से अंधेरा छा जाता है और ऑक्सीजन की कमी होने लगती है। इस तरफ ज्यादा ऊंचाई पर पहुंचने पर भी ऑक्सीजन की कमी से किसी का बचना बेहद मुश्किल है।
edited by : Nrapendra Gupta