नई दिल्ली। बाल यौन शोषण के मामलों की सूचना देने के लिए बने सरकार के टोल फ्री नंबर को अस्थायी तौर पर बंद कर दिया गया है, क्योंकि पोर्न सर्च करने वाली वेबसाइट पर यह नंबर दिखाई दे रहा था और इस पर यौन सेवाएं लेने के लिए फोन आ रहे थे।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एक वैकल्पिक नंबर शुरू किया गया है। पोक्सो अधिनियम के तहत चल रहा हेल्पलाइन नंबर सितंबर से बंद है। अधिकारी ने कहा कि इस पर हर दिन अश्लील कॉल्स आने लगी थीं जिसके बाद हमने इसे अस्थायी तौर पर बंद कर दिया।
अधिकारी ने कहा कि फोन करने वाले लोगों से हुई बातचीत के आधार पर यह पाया गया कि जब उन्होंने ऑनलाइन पोर्न सर्च किया तो उन्हें वहां से यह नंबर मिला जिसके बाद उन्होंने इस पर फोन किया। जब 'सेक्स' जैसे शब्दों के साथ सर्च किया गया तो हेल्पलाइन नंबर दिखाई दिया।
उन्होंने 'सेक्स' और नंबर देखा तथा सोचा कि यौन सेवाएं पाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। चाइल्डलाइन नंबर 1098 के अलावा ऐसे मामलों की शिकायत के लिए एक वैकल्पिक नंबर मुहैया कराया गया है।
एनसीपीसीआर के सदस्य यशवंत जैन ने कहा कि पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है और बाल अधिकारों की शीर्ष संस्था सरकारी दूरसंचार सेवा प्रदाता एमटीएनएल के संपर्क में है ताकि इसका हल निकाला जाए। दिक्कत यह है कि नंबर का व्यापक स्तर पर प्रचार किया गया है और इसके बदले में कोई और नंबर लाने से भ्रम पैदा होगा। यही कारण है कि हम इसी नंबर को फिर से चालू करने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि यह हेल्पलाइन नंबर 2016 में शुरू किया गया था। हालांकि पिछले 2 वर्षों में पोर्टल को सिर्फ 104 शिकायतें मिली हैं जिनमें से 54 का निपटारा किया गया। (भाषा)