मुंबई। मुंबई में अक्टूबर में बड़े पैमाने पर बिजली गुल होने के पीछे चीन का हाथ होने की बात सामने आ रही है। सीईआरटी ने इस संबंध में ई-मेल भेजकर ऊर्जा मंत्रालय को आगाह किया था।
मुंबई में पिछले साल ऐतिहासिक रूप से बिजली गुल हुई थी, इसकी यही वजह मानी जा रही है। बिजली मंत्रालय ने सोमवार को माना कि इस साइबर अटैक को लेकर सीईआरटी ने बिजली कंपनी को 19 नवंबर 2020 को इस बारे में मेल भेज कर आगाह किया था।
मंत्रालय ने बताया कि 19 नवंबर को कंप्यूटर इमर्जेंसी रिस्पांस टीम यानी सीईआरटी से प्राप्त मेल को देशभर के बिजली आपूर्ति केंद्रों को भेज दिया गया। मेल में कहा गया था कि चीन ने भारत की बिजली आपूर्ति ठप करने के लिए शेडो पैड नाम का मालवेयर वायरस तैयार किया था। इसे देश के बिजली आपूर्ति सिस्टम में घुसाकर पूरे देश की बिजली आपूर्ति ठप करने की साजिश थी।
इस बीच न्यूयॉर्क टाइम्स में प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल मुंबई में हुई ऐतिहासिक बिजली गुल के पीछे चीन का हाथ था। चीन चाहता था कि सीमा पर जारी तनाव को लेकर भारत ज्यादा कड़ा रवैया नहीं अपना सके, इसलिए उस पर साइबर अटैक किया जाए।
महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने भी राज्य के साइबर प्रकोष्ठ की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि पिछले साल मुंबई में 12 अक्टूबर को बड़े पैमाने पर बिजली गुल होने की घटना का कारण साइबर हमला हो सकता है।
ऊर्जा मंत्री नितिन राउत के साथ मीडिया को संबोधित करते हुए देशमुख ने कहा कि महाराष्ट्र साइबर प्रकोष्ठ ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया है कि संभव है कि किसी विदेशी सर्वर से अज्ञात डेटा एमएसईबी (राज्य विद्युत बोर्ड) के सर्वर में ट्रांसफर किया गया। हालांकि, देशमुख ने उस देश का नाम नहीं बताया जहां से डेटा स्थानांतरित किया गया होगा।