नई दिल्ली। चीनी स्मार्टफोन निर्माता ओप्पो ने 43.9 बिलियन रुपए (551 मिलियन डॉलर) के सीमा शुल्क की चोरी की है। भारत के डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंसी की एक जांच में यह पाया गया है। डायरेक्टोरेट ने एक सरकारी बयान में बुधवार को यह खुलासा करते कहा कि भारतीय जांचकर्ताओं को इस बात के सबूत मिले कि ओप्पो ने मोबाइल फोन उत्पादन में इस्तेमाल होने वाली वस्तुओं के लिए शुल्क छूट का गलत इस्तेमाल किया है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ओप्पो ने रॉयल्टी का भुगतान किया, जो कि आयातित सामानों के लेनदेन मूल्य में नहीं जोड़ा गया था, जैसा कि भारतीय कानून द्वारा आवश्यक है। सरकार ने नोटिस जारी कर कंपनी से कस्टम ड्यूटी भुगतान करने को कहा है। रेवेन्यू इंटेलिजेंसी विंग ने ओप्पो इंडिया, उसके कर्मचारियों और ओप्पो चीन पर दंड का भी प्रस्ताव दिया है।
पिछले हफ्ते फाइनेंशियल क्राइम एजेंसी ने विवो और उससे जुड़े संस्थानों को भी जांच के दायरे में रखा गया था। इसमें पाया गया कि विवो इंडिया को भारत से बाहर भेजा गया ताकि नुकसान दिखाया जा सके और टैक्स की चोरी की जा सके। भारतीय स्मार्टफोन मार्केट में अच्छा कारोबार करने वाली कंपनी शाओमी को भी इंवेस्टिगेट किया गया।