शिवराज सिंह को कृषि मंत्री बनाए जाने पर क्यों खुश नहीं AIKS

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
मंगलवार, 11 जून 2024 (21:56 IST)
नई दिल्ली। अखिल भारतीय किसान सभा (एआईकेएस) ने शिवराज सिंह चौहान को कृषि मंत्री बनाए जाने की मंगलवार को निंदा की और उन्हें मध्यप्रदेश के मंदसौर की घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया, जहां आंदोलन के दौरान पुलिस कार्रवाई में छह किसान मारे गए थे।
 
वामपंथी किसान संगठन एआईकेएस ने मंगलवार को जारी एक बयान में पीएम किसान निधि की 17वीं किस्त जारी करने के केंद्रीय मंत्रिमंडल के फैसले को आंखों में धूल झोंकने वाला बताया और भाजपा-राजग पर 159 ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्रों में अपनी हार से सबक नहीं लेने का आरोप लगाया।
 
एआईकेएस ने एक बयान में कहा कि राजग द्वारा केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री के रूप में शिवराज सिंह चौहान के चयन की एआईकेएस कड़ी निंदा करती है। उनके शासन में ही छह जून 2017 को मध्यप्रदेश के मंदसौर में छह किसानों की हत्या की गई थी।
 
एआईकेएस ने कहा कि स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के आधार पर न्यूनतम समर्थन मूल्य तथा फसलों की गारंटीशुदा खरीद की किसानों की मांग जायज है। यह संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की मुख्य मांगों में से एक है, जिसने अब रद्द किए गए कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की किसान शाखा एआईकेएस भी एसकेएम का हिस्सा है।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की खास रणनीति, क्या अंदरूनी कलह से जूझ रही है पार्टी

रियासी आतंकी हमले की जांच में NIA का बड़ा एक्शन, राजौरी में ताबड़तोड़ छापेमारी

Kuno National Park : 3 चीतों की सेप्टिसीमिया से हुई थी मौत, अब बचाव के लिए उठाया गया यह कदम

क्या है समष्‍टि गुब्बी का संस्कृत से कनेक्शन, पीएम मोदी ने क्यों सराहा?

कौन हैं जनरल उपेंद्र द्विवेदी, जिन्होंने संभाली आर्मी चीफ की कमान?

सभी देखें

नवीनतम

आज से मध्यप्रदेश में परिवहन चेक पोस्ट बंद, गुजरात मॉडल पर लागू नई व्यवस्था

आखिर जैन समाज ने क्यों किया भोजशाला पर दावा?

डिप्टी स्पीकर पद पर विपक्ष की पसंद अवधेश प्रसाद, ममता ने सुझाया नाम

MP विधानसभा का बजट सत्र आज से, MSP सहित कई मुद्दों पर हंगामे के आसार

Weather Updates: गुजरात व राजस्थान के कई हिस्सों में पहुंचा Monsoon, भारी बारिश से सामान्य जनजीवन प्रभावित

अगला लेख
More