Bharat Jodo Yatra : कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा आज सुबह अलीगढ़ पहुंच गई। इस यात्रा में सांसद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का काफिला शहर की मुख्य सड़कों से होकर गुजर रहा है। दोनों भाई-बहनों की एक झलक पाने को लोग आतुर नजर आए, रास्ते में पुष्प वर्षा और बैनर झंडे लेकर चलते कार्यकर्ताओं का उत्साह देखते है बनता है।
यात्रा के दौरान एक छोटा बच्चा स्केटिंग करते हुए राहुल-प्रियंका की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का आकर्षण बन गया।
एएमयू के आगे से जब यह कांरवा गुजर रहा है तो छात्रों ने राहुल-प्रियंका जिंदाबाद के नारे लगाते हुए नजर आयें।
हालांकि कांग्रेस से जुड़े एएमयू की छात्रों की इच्छा थी कि राहुल गांधी जब एएमयू के पास से गुजरे तो वह सरसैयद की मजार पर चादर पोशी करें। लेकिन छात्रों की यह इच्छा पूरी नही हो पायी।
भाई-बहनों की जोड़ी कभी लोगों का ताली बजाकर, हाथ जोड़कर, हाथ हिलाकर गर्मजोशी कज साथ अभिवादन करती दिखाई दे रही है। इस दौरान अपने प्रिय नेता राहुल-प्रियंका को कोई पुस्तक भेट कर रहा है तो कोई पोस्टर। राहुल-प्रियंका की सुरक्षा में पुलिस-प्रशासन मुस्तैद दिखाई दे रहा है।
राहुल ने अलीगढ़ में न्याय यात्रा के दौरान खुली कार में बैठकर लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मैने हजारों लोगों से पूछा कि हिंसा और नफरत क्यों फैलाई जा रही है? यह वोट बैंक नही है? लोगों ने जवाब दिया कि हिंसा और नफरत का कारण अन्याय है, देश में गरीबों, छोटे व्यापारी, बेरोजगारी और महिलाओं के साथ हो रहा अन्याय इसका कारण है। इसलिए हमने दूसरी यात्रा का नाम भारत जोड़ो न्याय यात्रा नाम रखा है।
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का संदेश अब नफरत के खिलाफ मोहब्बत का पैगाम बन गया है। मोहब्बत का नारा हमने नही दिया बल्कि आवाम के बीच से निकल कर आया है। राहुल ने अपने संबोधन में जातिगत जनगणना को समझाते हुए कहा कि यूपी में जितने आप लोग है उतनी हिस्सेदारी नही मिल रही है। बस अन्याय, बेरोजगारी का बोलबाला है।
यूपी की नब्ज पकड़ते हुए प्रियंका ने कहा कि जब आप लोगों की महत्वाकांक्षा को ध्यान में रखा जायेगा तो देश का सम्मान बढ़ेगा। युवा बेरोजगार है, यूपी के लड़के सेना में जाने के लिए दिन-रात सड़कों पर वर्जिश करते है, उनको अग्निवीर में क्या दिया जा रहा है?
उन्होंने कहा कि एक समय ऐसी सरकार थी जो आपके लिए सोचती थी, सेना में रोजगार मिलता था, आज अग्निवीर में नौकरी नही मिल रही। आप लोगों को गंभीरता से सोचना होगा कि आपकी आशाओं और उम्मीदों के साथ क्या हो रहा है, न रोजगार है और न छोटे लोगों के लिए व्यापार और कंपनी, बस सब अडाणी के लिए है।