नई दिल्ली। अफगानिस्तान में एक पुस्तकालय के वित्त पोषण को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तंज कसने को लेकर कांग्रेस ने ट्रंप पर निशाना साधते हुए कहा कि अफगानिस्तान में विकास कार्यों के संदर्भ में भारत को अमेरिका से उपदेश की जरूरत नहीं है। पार्टी ने यह भी कहा कि ट्रंप की टिप्पणी अस्वीकार्य है और उम्मीद है कि भारत सरकार इसका सख्ती से जवाब देगी।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, 'प्रिय ट्रंप, भारत के प्रधानमंत्री का मजाक बनाना बंद करिए। अफगानिस्तान पर भारत को अमेरिका के उपदेश की जरूरत नहीं है।'
उन्होंने कहा, 'मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री रहते हुए भारत ने अफगानिस्तान में नेशनल असेंबली की इमारत बनाने में मदद की। मानवीय जरूरतों से लेकर रणनीतिक-आर्थिक साझेदारी तक, हम अफगान भाइयों एवं बहनों के साथ हैं।'
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने कहा, 'भारत के प्रधानमंत्री के बारे में अमेरिकी राष्ट्रपति की टिप्पणी ठीक नहीं है और यह अस्वीकार्य है।' उन्होंने कहा, 'हम आशा करते हैं कि सरकार सख्ती से इसका जवाब देगी और अमेरिका को यह याद दिलाएगी कि भारत ने अफगानिस्तान में बड़े पैमाने पर सड़कें एवं बांध बनवाएं हैं तथा तीन अरब डॉलर के मदद की प्रतिबद्धता भी जताई है।'
दरअसल, अफगानिस्तान में एक पुस्तकालय का वित्त पोषण करने के लिए ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते हुए कहा था कि युद्ध से प्रभावित देश में इसका कोई मतलब नहीं है। साथ ही उन्होंने उस देश की सुरक्षा के लिए पर्याप्त काम नहीं करने को लेकर भारत एवं अन्य देशों की आलोचना की थी।
इस बीच, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता शशि थरूर ने कहा कि ट्रंप की व्यंग्यात्मक टिप्पणी अफगानिस्तान में भारत के सत्यनिष्ठ प्रयासों को लेकर अमेरिका को विश्वास दिलाने में भाजपा सरकार की नाकामी को दर्शाती है। (भाषा)