नई दिल्ली। वरिष्ठ कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने गुरुवार को भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा से अपनी भेंट को लेकर उठी अटकलों को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि यदि उन्हें ऐसा करना होगा, तो वह खुलेआम करेंगे क्योंकि दोनों हिमाचल प्रदेश से हैं एवं दोनों ने एक ही विश्वविद्यालय में पढ़ाई की है।
शर्मा ने कहा कि उनका नड्डा से पुराना सामाजिक एवं पारिवारिक नाता है और मुझे खुशी है कि मेरे राज्य एवं विश्वविद्यालय से आने वाला कोई व्यक्ति सत्तारूढ़ दल का अध्यक्ष है।
उन्होंने कहा कि वैचारिक मतभेद का मतलब व्यक्तिगत दुश्मनी या वैमनस्य नहीं होता है, .... यदि मुझे जे पी नड्डा से मिलना होगा तो मैं खुलेआम मिलूंगा। यह मेरा अधिकार है। मैं किसी अटकल को हवा नहीं दूंगा।
पूर्व केंद्रीय मंत्री शर्मा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय पूर्व छात्र संघ ने उन्हें एवं नड्डा को सम्मानित करने के लिए आमंत्रित किया है। कांग्रेस नेता ने कहा कि इस कार्यक्रम में जाने के सिलसिले में उन्होंने फोन पर नड्डा से बातचीत की।
शर्मा उस जी-23 समूह के अहम सदस्य हैं जिसने कांग्रेस संगठन में आमूलचूल बदलाव की मांग की थी और जो पार्टी नेतृत्व के कुछ फैसलों का आलोचक रहा था। यह पहली बार नहीं है कि शर्मा की नड्डा से भेंट करने को लेकर अटकलें सामने आई हैं।