GST दुनिया की सबसे खराब कर प्रणाली, कांग्रेस ने केंद्र पर लगाया यह आरोप

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
गुरुवार, 9 जनवरी 2025 (20:05 IST)
Goods and Services Tax News : विपक्षी कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को भारत की माल एवं सेवा कर (GST) प्रणाली को दुनिया की इस तरह की सबसे 'खराब' व्यवस्था बताते हुए आरोप लगाया कि सरकार केवल तर्कसंगत बनाने की आड़ में नए शुल्क लगाने में रुचि रखती है। मौजूदा प्रणाली को कर आतंकवाद बताते हुए कांग्रेस नेता रंगराजन मोहन कुमारमंगलम ने उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दोषपूर्ण जीएसटी प्रणाली को सुधारेंगे। कुमारमंगलम ने दावा किया कि एक नए अध्ययन के अनुसार, भारत के जीएसटी संग्रह का 64 प्रतिशत हिस्सा निचले स्तर पर जीवन-यापन करने वाली 50 प्रतिशत आबादी से आता है।
 
कांग्रेस के प्रवक्ता रंगराजन मोहन कुमारमंगलम ने यहां कहा कि देश उस स्थिति पर पहुंच गया है जहां मध्यम वर्ग सरकार के कर राजस्व को सहारा दे रहा है क्योंकि कॉर्पोरेट व्यवसाय में मंदी के कारण अधिक कर राजस्व का भुगतान नहीं कर रहे हैं। मौजूदा प्रणाली को कर आतंकवाद बताते हुए कांग्रेस नेता ने उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दोषपूर्ण जीएसटी प्रणाली को सुधारेंगे।
ALSO READ: PF, UPI से लेकर GST तक, 2025 में ये 10 बड़े बदलाव आपकी जेब पर डालेंगे सीधा असर
उन्होंने कहा, हमारे पास एक ऐसी सरकार है जिसने पूरी दुनिया में सबसे खराब जीएसटी व्यवस्था बनाई है। करीब 50 देशों में जीएसटी जैसी कर संग्रह व्यवस्था है, लेकिन किसी में भी ऐसी जटिलताएं नहीं हैं जो हमारी जीएसटी व्यवस्था में हैं। कांग्रेस नेता ने कहा, अभी पिछले महीने ही वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने तीन अलग-अलग प्रकार के पॉपकॉर्न पर तीन अलग-अलग कर लगाकर जीएसटी को और भी जटिल बनाने की कोशिश की।
 
प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि सरकार अब सिर्फ उन लोगों पर कर लगाने की कोशिश कर रही है जो वास्तव में उत्पाद खरीद रहे हैं। उन्होंने कहा कि अंत: खपत कम हो जाएगी, जिससे और अधिक नौकरियां जाएंगी। कांग्रेस नेता ने कहा कि सिकुड़ते मध्यम वर्ग और उस पर कर के बोझ पर ध्यान देने के बजाय सरकार जहां से भी संभव हो, वहां से कर वसूलना चाहती है।
ALSO READ: GST चोरी करने वाले झट से पकड़े जाएंगे, 'ट्रैक एंड ट्रेस' सिस्टम से रखी जाएगी नजर
कुमारमंगलम ने कहा, इसलिए यह सरकार अब हर चीज को लग्जरी की श्रेणी में डालना चाहती है और 28 प्रतिशत जीएसटी वसूलना चाहती है। कुमारमंगलम ने दावा किया कि एक नए अध्ययन के अनुसार, भारत के जीएसटी संग्रह का 64 प्रतिशत हिस्सा निचले स्तर पर जीवन-यापन करने वाली 50 प्रतिशत आबादी से आता है।
 
उन्होंने कहा, हम सबसे गरीब लोगों के पीछे पड़े हैं। जीएसटी का आधा हिस्सा उनसे लिया जाता है। ऐसी कर प्रणाली ही हमारी अर्थव्यवस्था में मंदी का मुख्य कारण है। अब यह स्पष्ट हो गया है और जीडीपी के आंकड़े झूठ नहीं बोलते। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

बैकों के सर्वर डाउन होने से UPI Payment में देरी से ग्राहक परेशान, सोशल मीडिया पर शिकायतों का अंबार

पुराने भोपाल से हिंदुओं के पलायन का RSS का दावा सियासत या फिर मजबूरी?

ATM, UPI, GST से लेकर बैंक जमा तक 1 अप्रैल से होंगे 10 बदलाव, आपकी जेब पर क्या होगा असर

राणा सांगा को गद्दार कहने वाले सपा सांसद रामजी लाल सुमन के घर पर हमला

RAW पर प्रतिबंध की मांग, अल्पसंख्यकों पर अत्याचार, अमेरिकी संस्थान ने उगला जहर तो भारत ने लगाई लताड़

सभी देखें

नवीनतम

Gold Rate Today: सोने की कीमत रिकॉर्ड ऊंचाई पर, 91,000 के पार पहुंचे दाम

Saurabh Murder Case : मेरठ जेल में बंद मुस्कान और साहिल को मिला सरकारी वकील

JK : कठुआ एनकाउंटर में मारे गए 2 आतंकवादी, सुरक्षाबलों के 5 जवान घायल

रोहिंग्या हो या बांग्लादेशी घुसपैठिए, सब पर लगेगी लगाम, लोकसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने बताया प्लान

कितने भारतीय मछुआरे हैं श्रीलंका की हिरासत में, राज्यसभा में विदेश मंत्री जयशंकर ने दिया यह जवाब

अगला लेख