नई दिल्ली। गुजरात चुनावों की घोषणा के बाद कांग्रेस ने चुनाव आयोग से सवाल पूछा कि उसने हिमाचल प्रदेश और गुजरात विधानसभाओं के लिए अलग-अलग तारीखों पर चुनाव की घोषणा क्यों की, जबकि दोनों ही राज्यों में मतगणना एक ही दिन होगी।
कांग्रेस के गुजरात प्रभारी रघु शर्मा ने आरोप लगाया कि भाजपा को आधिकारिक खर्च पर कई रैलियां करने का समय मिला और गुजरात में सार्वजनिक संसाधनों का दुरुपयोग किया गया।
शर्मा ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के दबाव के बावजूद गुजरात चुनावों की घोषणा करने के लिए निर्वाचन आयोग को धन्यवाद देना चाहता हूं।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को संवैधानिक निकाय के रूप में स्पष्टीकरण देना चाहिए कि दोनों राज्यों में चुनाव के लिए जब मतगणना एक ही दिन होगी, तो अलग-अलग तारीखों पर चुनाव की घोषणा क्यों की गई।
गुजरात में विधानसभा चुनाव के लिए दो चरणों में, एक और पांच दिसंबर को मतदान होगा और मतों की गिनती हिमाचल प्रदेश के साथ ही आठ दिसंबर को होगी। मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने यहां आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में आज यह घोषणा की।
गुजरात में चुनाव की घोषणा जहां गुरुवार को की गई वहीं हिमाचल प्रदेश के लिए चुनावों की घोषणा 14 अक्टूबर को की गई थी। गुजरात की कुल 182 विधानसभा सीटों में से पहले चरण में 89 सीटों पर एक दिसंबर को चुनाव होगा तथा शेष 93 सीटों पर 5 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे।
Edited by : Nrapendra Gupta