गाजियाबाद। जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर और डासना देवी मंदिर के पीठाधीश्वर यति नरसिंहानंद गिरि ने एक बार फिर से नफरत फैलाने वाला विवादित बयान देकर सुर्खियां बटोर ली है। नरसिंहानंद गिरि ने इस बार भारत सरकार के 'हर घर तिरंगा' अभियान का विरोध करते हुए कहा कि बंगाल में एक मुस्लिम को तिरंगा बनाने का ठेका दिया गया है।
उन्होंने हिंदुओं से कहा, तिरंगे का बहिष्कार करो, क्योंकि इस तिरंगे ने तुम्हें ही बर्बाद कर दिया है। हर हिंदू के घर पर हमेशा भगवा ध्वज होना चाहिए। यदि तिरंगा लगाना है तो पुराना लगाओ। सोशल मीडिया पर यति नरसिंहानंद का ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
नरसिंहानंद वायरल वीडियो में बोलते हुए नजर आ रहे हैं। उन्होंने बोला कि एक बहुत बड़ा अभियान इस देश में चल रहा है तिरंगे के नाम पर। ये अभियान भारत की सत्तारूढ़ पार्टी चलवा रही है। तिरंगे बनाने का सबसे बड़ा ऑर्डर बंगाल की एक कंपनी को दिया गया है। इसका मालिक सलाउद्दीन नाम का एक मुसलमान है।
सबसे बड़े पाखंडी हिन्दू : दुनिया के सबसे बड़े पाखंडी अगर कोई हैं तो वो हिंदू हैं। हिंदुओं के दलाल मुसलमानों के आर्थिक बहिष्कार की बात करते हैं। चिल्ला-चिल्लाकर कहते हैं कि हिंदुओं को मुसलमानों का आर्थिक बहिष्कार करना चाहिए। नरसिंहानंद के ये बोल समाज में नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं, ये आपसी सौहार्द को तोड़कर हिन्दू-मुसलमानों के बीच खाई पैदा करने के लिए काफी हैं।
नरसिंहानंद धार्मिक गुरु हैं, उन्हें समाज को जोड़ने का काम करना चाहिए। उनके मुताबिक मुसलमानों को व्यापार का हक नहीं है, उनसे हिन्दुओं को कोई सरोकार नहीं रखना चाहिए, ये उनके वायरल वीडियो से ध्वनित हो रहा है। नरसिंहानंद से यह कौन पूछे कि जब देश आजाद हुआ था, तब हिन्दू-मुस्लिम सब एक थे, आजादी की लड़ाई दोनों ने मिलकर लड़ी और देश ब्रिटिश हुकूमत से आजाद कराया।
आज सरकार आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर अमृत महोत्सव मना रही है, वह चाहती है कि देश के हर घर पर तिरंगा लगा हो, मुस्लिम लोग भी सरकार की इस मुहिम का समर्थन कर रहे हैं, ऐसे में यति नरसिंहानंद के विवादित बोल जहर का काम करेंगे या नहीं, लेकिन यह निदंनीयहै और क्या सरकार उन पर कोई कार्रवाई कर पाएगी?