नई दिल्ली। पर्व और त्योहारों के मौसम की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को कोरोनावायरस संक्रमण के अब भी मंडरा रहे खतरे के प्रति आगाह करते हुए कहा कि यह समय लापरवाह होने या यह मान लेने का नहीं है कि कोरोना से कोई खतरा नहीं है। प्रधानमंत्री का संबोधन ऐसे समय में हुआ है, जब बिहार में विधानसभा चुनाव सहित कई राज्यों में उपचुनाव हो रहे हैं और साथ ही दुर्गापूजा, दीवाली और छठ जैसे त्योहार सामने हैं। भाषण की खास 20 बातें...
1. कोविड-19 महामारी के बाद अपने सातवें राष्ट्र के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन भले खत्म हो गया है लेकिन कोरोना वायरस खत्म नहीं हुआ है।
2. उन्होंने लोगों से अपील की कि जब तक कोरोना के खिलाफ लड़ाई में देश को सफलता नहीं मिल जाती, तब तक लापरवाही नहीं बरती जानी चाहिए। थोड़ी-सी लापरवाही हमारी खुशियों को धूमिल कर सकती है।
3. प्रधानमंत्री मोदी ने आग्रह किया कि जब तक इस महामारी का टीका नहीं आ जाता तब तक कोरोना के खिलाफ देश की लड़ाई को कमजोर नहीं पड़ने देना है।
4. उन्होंने कहा कि दो गज की दूरी, समय-समय पर साबुन से हाथ धुलना और मास्क लगाना इसका ध्यान रखिए। मैं आप सबसे करबद्ध प्रार्थना करता हूं आपको मैं सुरक्षित देखना चाहता हूं, आपके परिवार को सुखी देखना चाहता हूं। ये त्योहार आपके जीवन में उत्साह और उमंग बढ़ाए, ऐसा वातावरण चाहता हूं और इसलिए मैं बार-बार हर देशवासी से आग्रह करता हूं।
5. पीएम मोदी ने कहा कि समय के साथ आर्थिक गतिविधियां भी तेजी से बढ़ रही हैं। हम में से अधिकतर लोग अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए, फिर से जीवन को गति देने के लिए, रोज घरों से बाहर निकल रहे हैं। त्योहारों के इस मौसम में बाजारों में भी रौनक धीरे-धीरे लौट रही है।
6. उन्होंने कहा कि लेकिन हमें ये भूलना नहीं है कि लॉकडाउन भले चला गया हो, वायरस नहीं गया है। बीते 7-8 महीनों में, प्रत्येक भारतीय के प्रयास से, भारत आज जिस संभली हुई स्थिति में हैं, हमें उसे बिगड़ने नहीं देना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक कठिन समय से निकलकर देश आगे बढ़ रहा है और थोड़ी सी लापरवाही इस गति को रोक सकती है।
7. उन्होंने लोगों का याद दिलाया कि कैसे अमेरिका और यूरोप के दूसरे देशों में कोरोना के मामले कम होने के बाद अचानक से फिर बढ़ने लगे।
8. उन्होंने कहा कि थोड़ी सी लापरवाही हमारी खुशियों को धूमिल कर सकती है। जीवन की ज़िम्मेदारियों को निभाना और सतर्कता ये दोनों साथ-साथ चलेंगे, तभी जीवन में खुशियां बनी रहेंगी।
9. प्रधानमंत्री ने हाल के दिनों में विभिन्न माध्यमों से आई तस्वीरों और कुछ वीडियो का जिक्र करते हुए कहा कि कई लोगों ने अब सावधानी बरतना बंद कर दिया है।
10. उन्होंने कहा कि ये ठीक नहीं है। अगर आप लापरवाही बरत रहे हैं, बिना मास्क के बाहर निकल रहे हैं तो आप अपने आप को, अपने परिवार को, अपने परिवार के बच्चों को, बुजुर्गों को उतने ही बड़े संकट में डाल रहे हैं।
11. उन्होंने कहा कि आज देश में कोरोना से ठीक होने की दर अच्छी है, इससे होने वाली मौतों की दर कम है। भारत में जहां प्रति दस लाख जनसंख्या पर करीब 5500 लोगों को कोरोना हुआ है, वहीं अमेरिका और ब्राज़ील जैसे देशों में ये आंकड़ा 25 हजार के करीब है।
12. उन्होंने कहा कि भारत में प्रति दस लाख लोगों में मृत्युदर 83 है जबकि अमेरिका, ब्राज़ील, स्पेन, ब्रिटेन जैसे अनेक देशों में ये आंकड़ा 600 के पार है।
13. उन्होंने कहा कि दुनिया के साधन-संपन्न देशों की तुलना में भारत अपने ज्यादा से ज्यादा नागरिकों का जीवन बचाने में सफल हो रहा है।
14. उन्होंने कहा कि आज हमारे देश में कोरोना मरीजों के लिए 90 लाख से ज्यादा बेड्स की सुविधा उपलब्ध है। 12,000 पृथकवास केंद्र हैं। कोरोना जांच की करीब 2000 जांच केंद्र काम रहे हैं। देश में टेस्ट की संख्या जल्द ही 10 करोड़ के आंकड़े को पार कर जाएगी। कोविड महामारी के खिलाफ लड़ाई में टेस्ट की बढ़ती संख्या हमारी एक बड़ी ताकत रही है
15. उन्होंने लोगों को याद दिलाया कि ‘सेवा परमो धर्म’ के मंत्र पर चलते हुए डॉक्टर और अन्य स्वास्थ्यकर्मी इतनी बड़ी आबादी की निस्वार्थ सेवा कर रहे हैं और इन सभी प्रयासों के बीच ये समय लापरवाह होने का नहीं है।
16. मोदी ने कहा कि बरसों बाद हम ऐसा होता देख रहे हैं कि मानवता को बचाने के लिए युद्धस्तर पर काम हो रहा है और अनेक देश इसके लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश के वैज्ञानिक भी टीके के लिए ‘जी-जान’ से जुटे हैं।
17. उन्होंने कहा कि भारत में अभी कोरोना की कई टीकों पर काम चल रहा है। इनमें से कुछ एडवान्स स्टेज पर हैं। कोरोना का टीका जब भी आएगा, वो जल्द से जल्द प्रत्येक भारतीय तक कैसे पहुंचे इसके लिए भी सरकार की तैयारी जारी है। एक-एक नागरिक तक यह पहुंचे, इसके लिए तेजी से काम हो रहा है।’’
18. प्रधानमंत्री ने कहा कि याद रखिए, जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं। यानी जब तक सफलता पूरी न मिल जाए, लापरवाही नहीं करनी चाहिए।
19. प्रधानमंत्री ने मीडिया जगत के लोगों से भी कोरोना से बचाव को लेकर जागरूकता फैलाने की अपील की।
20. देशवासियों को नवरात्र, दशहरा, ईद, दिपावली, छठ पूजा, गुरूनानक जयंती समेत सभी त्योहारों की बधाई दी।