चक्रवात दाना से बंगाल में तबाही, भारी बारिश और तेज हवाओं ने ली 4 की जान

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
शनिवार, 26 अक्टूबर 2024 (12:30 IST)
Cyclone Dana : भीषण चक्रवाती तूफान दाना ने पश्चिम बंगाल में भारी तबाही मचाई। भारी बारिश और तेज हवाओं के बीच 2 और लोगों की मौत हो जाने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 4 हो गई है। इस बीच ओडिशा में चक्रवात दाना कमजोर होकर कम दबाव वाले क्षेत्र में तब्दील हो गया।  ALSO READ: Weather Updates: दाना तूफान के प्रभाव से बंगाल और उत्तरी ओडिशा में भारी बारिश के आसार, IMD ने किया अलर्ट
 
अधिकारियों ने बताया कि पूर्व वर्धमान जिले के बुड बुड में बिजली के तार को छूने से एक नागरिक स्वयंसेवक चंदन दास (31) की मौके पर ही मौत हो गई। यह घटना उस समय हुई जब वह पुलिस टीम के साथ बाहर गया था। हावड़ा नगर निगम का एक कर्मचारी तांतिपारा में बारिश के पानी से भरी सड़क पर मृत पाया गया। ऐसा संदेह है कि उसकी मौत डूबने के कारण हुई।
 
अधिकारियों ने बताया कि राज्य में शुक्रवार को बिजली का करंट लगने से 2 लोगों की मौत हो गई थी। एक व्यक्ति की मौत दक्षिण 24 परगना जिले के पाथरप्रतिमा में हुई, जबकि दूसरे की मौत दक्षिण कोलकाता के भवानीपुर इलाके में हुई। ALSO READ: दक्षिण बंगाल में भारी वर्षा की चेतावनी, तूफान में 1 की मौत
 
अगले 12 घंटे में असर खत्म : ओडिशा में चक्रवात दाना के कमजोर होकर कम दबाव वाले क्षेत्र में तब्दील हो जाने से राज्य के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। उत्तरी ओडिशा पर बना दबाव पिछले 6 घंटों के दौरान पश्चिम की ओर बढ़ा और उसी क्षेत्र में कमजोर होकर एक निम्न दबाव वाले क्षेत्र में तब्दील हो गया। अगले 12 घंटों के दौरान इसके और कमजोर होने तथा असर खत्म हो जाने की संभावना है।
 
आईएमडी के सूत्रों के अनुसार, बालासोर जिले के औपाडा में सबसे अधिक 240 मिमी बारिश हुई, इसके बाद भद्रक जिले के धामनगर में 215 मिमी, बालासोर जिले के खैरा में 209 मिमी और भद्रक जिले के बोंट में 187 मिमी बारिश हुई। पिछले 12 घंटों में कम से कम 16 स्थानों पर 100 मिमी से अधिक बारिश हुई, जिनमें चार स्थानों पर 200 मिमी से अधिक वर्षा हुई। राज्य प्रशासन ने पांच जिलों बालासोर, भद्रक, मयूरभंज, केंद्रपाड़ा और क्योंझर के स्कूलों में शनिवार को छुट्टी की घोषणा कर दी।

भीषण चक्रवाती तूफान दाना ने शुक्रवार की सुबह पूर्वी तट पर दस्तक दी, जिसके कारण मूसलाधार बारिश हुई और तेज हवाएं चलीं, पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए तथा ओडिशा और पश्चिम बंगाल में बुनियादी ढांचे और फसलों को काफी नुकसान पहुंचा।
 
ओडिशा में केंद्रपाड़ा के भीतरकनिका और भद्रक जिले के धामरा के बीच गुरुवार रात करीब 12.05 बजे चक्रवात के आने की प्रक्रिया शुरू हुई थी और उस दौरान हवा की रफ्तार लगभग 110 किलोमीटर प्रति घंटे थी। वहीं, शुक्रवार सुबह करीब 8.30 बजे यह प्रक्रिया पूरी हो गई थी।
Edited by : Nrapendra Gupta

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