Cyclone Nivar: बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र की वजह से बना चक्रवाती तूफान निवार (Cyclone Nivar) तमिलनाडु की तरफ तेजी से बढ़ रहा है। गुरुवार को तूफान आंध्रप्रदेश और पुडुचेरी के तटीय क्षेत्रों से टकरा सकता है।
Cyclone Nivar को लेकर भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने हाईअलर्ट जारी किया है। तूफान के तटीय क्षेत्रों से टकराने से समुद्र में ऊंची लहरें उठने और तेज बारिश की आशंका जताई गई है।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) ने चक्रवात निवार (Nivar) के मद्देनजर राहत और बचाव कार्य शुरू करने के लिए 30 दलों को तैयार किया है। 12 दलों की पूर्व तैनाती कर दी गई है, वहीं 18 अन्य इन राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश पुडुचेरी में तैनाती के लिए तैयार हैं।
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक 25 नवंबर को तटीय और उत्तरी आंतरिक तमिलनाडु जिलों में तूफान के कारण भारी बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग के मुताबिक तूफान के टकराने के दौरान हवा की रफ्तार 120-130 किमी प्रति घंटा होगी, जो बढ़कर 145 किमी प्रतिघंटा तक भी पहुंच सकती है। तूफान को देखते हुए तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटीय इलाकों में हाईअलर्ट जारी कर दिया गया है। मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की हिदायत दी गई है।
चक्रवाती तूफान निवार के अलर्ट को देखते हुए दक्षिणी रेलवे ने कई ट्रेनें रद्द कर दी हैं। रेलवे के मुताबिक 12 जोड़ी यानी 24 ट्रेनें 25 नवंबर को पूर्ण रूप से कैंसिल रहेंगी जबकि कुछ ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द किया गया है।
उत्तरी तमिलनाडु के जिले सबसे अधिक प्रभावित रह सकते हैं। निचले इलाके में रहने वाले लोगों को सुरक्षित कैंपों में जाने के लिए कहा गया है। चक्रवाती तूफान निवार के खतरे को देखते हुए राज्य सरकार ने बुधवार को तमिलनाडु में छुट्टी घोषित कर दी है। हालांकि इस दौरान आवश्यक सेवाएं पर रोक नहीं रहेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को तमिलनाडु और पुडुचेरी के मुख्यमंत्रियों से बात की और कहा कि वे आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री से भी बात करेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि एक चक्रवात हमारे पूर्वी तटीय इलाकों में सक्रिय है और इसका असर इन राज्यों पर पड़ेगा। भारत सरकार की टीमें सक्रिय हैं और मौके पर हैं। केंद्र और राज्य मिलकर काम कर रहे हैं और प्राथमिकता जान-माल की सुरक्षा करना है।
कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति ने सोमवार को बैठक की थी और तूफान के मद्देनजर अनेक उपायों पर विचार करने के साथ ही संबंधित राज्य सरकारों समेत अनेक पक्षों को प्रभावित क्षेत्रों में किसी की जान नहीं जाने देने और सामान्य स्थिति जल्द बहाल करने का निर्देश दिया था।