भारतीय विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि कतर में 8 पूर्व भारतीय नौसैनिकों की फांसी की सजा को कैद की सजा में बदल दिया गया।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि कतर में आठ भारतीयों को सुनाई गयी मौत की सजा को कम किया गया। सजा कम किए जाने पर विस्तृत फैसले का इंतजार, कतर के अधिकारियों के साथ बातचीत करते रहेंगे।
भारत सरकार ने मौत की सजा के खिलाफ अपील की थी। कतर में भारतीय राजदूत ने 3 दिसंबर को नौसेना के 8 पूर्व कर्मियों से मुलाकात की थी।
पूर्व नौसैनिकों को पिछले साल 8 अगस्त, 2022 को गिरफ्तार किया गया था। इन पर आरोप है कि वे इजरायल के लिए जासूसी कर रहे थे और कतर के प्रोजेक्ट्स से जुड़ी जानकारियां इजरायल भेजी जा रही थीं। इन्हें अदालत ने अक्टूबर में फांसी की सजा सुनाई थी।
इस फैसले से कतर में मौत की सजा पाने वाले 8 पूर्व भारतीय नौसैनिकों कैप्टन नवतेज सिंह गिल, कमांडर पूर्णेंदु तिवारी, कैप्टन सौरभ वशिष्ठ, कमांडर संजीव गुप्ता, कैप्टन बीरेंद्र कुमार वर्मा, कमांडर सुगुनाकर पकाला, कमांडर अमित नागपाल और सेलर रागेश को राहत मिली है।
Edited by : Nrapendra Gupta