वीडियो में उमर ने दावा किया कि आत्मघाती हमलों की अवधारणा को गलत समझा गया है। उसका कहना है कि लोग इस विचार की मूल भावना को समझने में असफल रहते हैं कि आत्मघाती बम विस्फोट का असली मतलब क्या है। उसने माना कि इसके खिलाफ कई तरह के विरोधाभास और अनगिनत तर्क मौजूद हैं।
उमर मोहम्मद ने कहा कि जिसे आत्मघाती बम विस्फोट कहा जाता है, वह अवधारणा बहुत ही गलतफहमी में से एक है। यह एक शहादत अभियान है, जिसे इस्लाम में जाना जाता है। वह कहता है कि इस अवधारणा के खिलाफ कई तर्क दिए गए हैं, और इसमें विरोधाभास भी है।
वीडियो में उमर कहता है कि 'शहादत' अभियान में व्यक्ति यह मान लेता है कि उसकी मौत किसी खास जगह और समय पर होगी। इस समय वह एक खतरनाक मानसिक अवस्था में पहुंच जाता है। वह मानने लगता है कि मौत ही उसका अंतिम लक्ष्य है। वह कहता है कि कोई भी व्यक्ति सटीक भविष्यवाणी नहीं कर सकता कि उसकी मौत कब और कहां होगी, और यह तभी संभव है जब यह नियति में लिखा हो। उसने अपने वीडियो संदेश में कहा कि मौत से मत डरो।
गौरतलब है कि 10 नवंबर को दिल्ली में हुए कार बम हमले में 15 लोगों की मौत हो गई। वीडियो से पता चलता है कि दिल्ली कार विस्फोट की योजना बहुत सोच-समझकर बनाई गई थी। इस आतंकी हमले ने भारत में सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक गंभीर चुनौती पेश की है।
edited by : Nrapendra Gupta