केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि दिल्ली धमाके के दोषियों को पाताल से भी ढूंढकर लाएंगे और उनके लिए कठोरतम सजा सुनिश्चित करेंगे। शाह ने उत्तरी क्षेत्रीय परिषद की 32वीं बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आतंकवाद को जड़ से खत्म करना सरकार की सामूहिक प्रतिबद्धता है। बैठक की शुरुआत में लाल किले के पास कार बम विस्फोट और जम्मू-कश्मीर के नौगाम पुलिस थाने में हुए विस्फोट में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई और दो मिनट का मौन रखा गया।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के अब तक के ट्रैक रिकॉर्ड के अनुरूप, दिल्ली बम विस्फोट के दोषियों को पाताल से भी ढूंढ निकाला जाएगा, देश के कानून के शिकंजे में लाया जाएगा और उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जाएगी। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मोदी के दृष्टिकोण के अनुसार, मजबूत राज्य एक मजबूत राष्ट्र का निर्माण करते हैं और क्षेत्रीय परिषदें इसे जमीनी स्तर पर वास्तविकता में बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय परिषदें संवाद, सहयोग, समन्वय और नीतिगत तालमेल के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इन परिषदों के माध्यम से कई प्रकार की समस्याओं का समाधान किया गया है। शाह ने कहा कि अब भी कई मुद्दे हैं, जैसे महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों में त्वरित न्याय सुनिश्चित करने में देरी, कुपोषण आदि, जिनसे देश को मुक्त करने की आवश्यकता है।
महिलाओं के खिलाफ अपराध बर्दाश्त नहीं
उन्होंने पॉक्सो अधिनियम के तहत यौन अपराधों और बलात्कार के मामलों में त्वरित जांच की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए कहा कि कोई भी सभ्य समाज महिलाओं और बच्चों के खिलाफ जघन्य अपराधों को बर्दाश्त नहीं कर सकता। गृह मंत्री ने कहा कि महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसके लिए फास्ट ट्रैक विशेष अदालतों (एफटीएससी) की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए। Edited by : Sudhir Sharma