Old Rajendra Nagar coaching centre accident: राजधानी दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर के कोचिंग सेंटर हादसे में दिल्ली पुलिस ने एसयूवी चालक मनोज कथूरिया को भी गिरफ्तार किया है। उस पर आरोप है कि उसने तेज रफ्तार में कोचिंग सेंटर के पास से गाड़ी निकाली जिससे कोचिंग का गेट टूट गया और तलघर में पानी भर गया। इस मामले में अब सीमा कथूरिया की पत्नी सामने आई है। उसने कहा कि इस मामले में उनके पति का कोई दोष नहीं है, यह पूरी सिस्टम की गलती है।
सिस्टम का फेल्योर : सीमा कथूरिया ने एएनआई से बातचीत के दौरान कहा कि मेरे पति पर लगाए आरोप पूरी तरह गलत हैं। यह सिस्टम की गलती है। उन्होंने कहा कि यह दर्दनाक हादसा है, इसमें तीन विद्यार्थियों की मौत हुई है। यह निश्चित ही सिस्टम का फेल्योर है। मेरे पति तेज गाड़ी नहीं चल रहे थे। उनकी गाड़ी की ब्रेक लाइट ऑन थी, गाड़ी फर्स्ट गियर में चल रही थी। जब सड़क पर पानी भरा होता है तो सेफ निकलने के लिए एक निश्चित स्पीड में ही गाड़ी चलाई जा सकती है। पांच की स्पीड में तो गाड़ी नहीं चला सकते।
क्या हैं दिल्ली पुलिस पर आरोप : दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाते हुए सीमा कथूरिया ने कहा कि जब वहां पानी भरा था तो पुलिस ने उस रोड पर ट्रैफिक को रोका क्यों नहीं? मेरे पति को नहीं मालूम था कि उस रोड पर ज्यादा पानी भरा हुआ है। जब तलघर में स्टोरेज की अनुमति थी तो वहां लाइब्रेरी क्यों चल रही थी। इस मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।
अब तक 7 लोग गिरफ्तार : उल्लेखनीय है कि पुलिस ने इस मामले में कोचिंग सेंटर के मालिक और को-ऑर्डिनेटर समेत 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें एसयूवी ड्राइवर मनोज कथूरिया भी शामिल है। कथूरिया पर आरोप है कि वह पानी से भरी सड़क पर तेज रफ्तार में गाड़ी लेकर गुजरा था। इससे आई तेज लहर ने कोचिंग सेंटर का गेट तोड़ दिया। सभी आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। कथूरिया के मामले में पुलिस का कहना है कि सड़क पर मौजूद रेहड़ी-पटरी वालों ने उसे गाड़ी धीरे चलाने के लिए कहा था, लेकिन उसने उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया। पुलिस ने इस संबंध में वीडियो सबूत होने का भी दावा किया है।
सोशल मीडिया पर क्या कहते हैं लोग
इस मामले में सोशल मीडिया पर एक्स यूजर्स ने सीमा कथूरिया का समर्थन किया है। सुनील कुमार ने लिखा- इसकी जांच होनी चाहिए, कोई भी बेकसूर बलि का बकरा नहीं बनना चाहिए। ये पूरी तरह सिस्टम की नाकामी है। आदि ने कहा- एकदम सही है, गलती सिस्टम की है और अपनी टोपी उतारने के चक्कर में प्रशासन दूसरे को फंसा रहा है!!
हरिओम तिवारी ने लिखा- किसी को तो बली का बकरा बनाना था सो आपके पति को बना दिया। सवाई प्रजापत ने लिखा- बेशर्मी की हद है, किसी के गाड़ी चलाने की वजह से पानी भर गया बेसमेंट में। नमन जैन ने लिखा- मेरी नजर में इनकी कोई गलती नहीं है। गाड़ी रोड पर चला रहे थे उससे पानी गया तो सिस्टम की गलती है इनकी नहीं।
हरि सिंह यादव ने लिखा- ऐ कैसा लॉजिक है कि गाड़ी की बजह से गेट टूट गया और बाढ़ आ गई और बच्चे डूब कर मर गए। अगर गेट के बाहर पानी भरा था तो वो तो लीक करके भी जा सकता है और पानी वहां भरा क्यों? क्यों नहीं दिल्ली नगर निगम के अधिकारी जिम्मेदार होने चाहिए, ये गलत है।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala