नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इंडियन मुजाहिदीन के मोस्ट वांटेड आतंकवादी आरिज खान उर्फ जुनैद को गिरफ्तार किया है।
स्पेशल सेल के पुलिस उपायुक्त प्रमोदसिंह कुशवाह ने बुधवार को यहां पुलिस मुख्यालय में बताया कि जुनैद को भारत-नेपाल सीमा के पास बनवसा से मंगलवार शाम गिरफ्तार किया गया। पुलिस को खुफिया जानकारी मिली थी कि जुनैद बनवासा में किसी से मिलने के लिए आने वाला है। उसके बाद पुलिस ने जाल बिछाकर उसे पकड़कर बड़ी कामयाबी हासिल की है।
कुशवाहा ने बताया कि वह कई बम धमाकों में शामिल रहा है। इन धमाकों में 165 लोग मारे गए तथा 535 लोग घायल हुए हैं। वह बम बनाने में माहिर है।
कुशवह ने बताया कि जुनैद दिल्ली के जामिया नगर इलाके में 2008 को हुए बटला हाउस मुठभेड़ में भी शामिल था। मुठभेड़ के दौरान वह फरार हो गया था। बटला हाउस मुठभेड़ के बाद वह करीब एक महीने तक भारत में रहा और उसके बाद नेपाल चला गया। इस एक महीने में किसी ने उसे अपने यहां शरण नहीं दी और इस तरह वह बसों और ट्रेनों में सफर करता रहा और फिर नेपाल चला गया। नेपाल में उसने नेपाली लड़की से शादी कर ली थी।
उन्होंने कहा कि जुनैद पर 15 लाख रुपए का इनाम रखा गया था। एनआईए ने दस लाख रुपए तथा दिल्ली पुलिस ने पांच लाख रुपए का इनाम रखा था। बटला हाउस के अलावा जुनैद कई अन्य मामले में भी वांछित था।
कुशवाहा ने बताया कि जुनैद मूल रूप से उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ का रहने वाला है। पेशे से इंजीनियर जुनैद 2008 में बटला हाउस मुठभेड़ के दौरान फरार हो गया था। यह मुठभेड़ दिल्ली के पहाड़गंज, बाराखंभा रोड, कनॉट प्लेस, ग्रेटर कैलाश और गोविंदपुरी में सिलसिलेवार बम धमाकों के छह दिन बाद हुई थी। इन धमाकों में 30 लोग मारे गए थे, जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। जुनैद पर इन धमाकों में शामिल होने का आरोप है।
उन्होंने बताया कि जुनैद ने पूछताछ में बताया कि भारत में इंडियन मुजाहिदीन और सिमी को पुनर्जीवित करने की साजिश थी। उन्होंने कहा कि इसका एक साथी तौकीर पहले ही गिरफ्तार किया गया है। जुनैद और तौकीर नेपाल में एक ही स्कूल में पढ़ाता था। (वार्ता)