नई दिल्ली। हैदराबाद में एक पशु चिकित्सक के साथ हुई हैवानियत के खिलाफ संसद के पास अकेली धरने पर बैठी अनु दुबे के मामले में पुलिस ने सफाई दी है। पुलिस का कहना है कि अनु प्रतिबंधित इलाके में धरने पर बैठी थी।
उल्लेखनीय है कि अनु को पुलिस धरनास्थल से उठाकर ले गई थी। आरोप तो यह भी है कि उसकी पिटाई भी की गई। हालांकि पुलिस ने इस मामले में स्पष्टीकरण दिया है कि लड़की को यहां धरना की इजाजत नहीं थी। पुलिस ने लड़की से जंतर-मंतर पर जाकर प्रदर्शन करने के लिए कहा था।
पुलिस ने कहा कि अनु को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। अनु को जबरन हटाने के मामले में दिल्ली पुलिस ने नोटिस जारी किया है। आयोग ने पूछा है कि अनु से मारपीट करने वालों पर पुलिस क्या कार्रवाई कर रही है। अनु को सोशल मीडिया पर भी काफी समर्थन मिला। लोगों ने कहा कि बेटी से डर गई है दिल्ली पुलिस।