नई दिल्ली। दिल्लीवासियों के लिए दीपावली की सुबह धुंध से भरी रही जहां वायु गुणवत्ता ‘खराब’ से ‘बहुत खराब’ श्रेणी के बीच झूलती रही। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि हवा की गति कम होने और पराली जलाने की वजह से प्रदूषक कणों की संख्या बढ़ने के चलते धुंध की चादर छाई रही।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक 268 दर्ज किया गया जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है। बुधवार को दिल्ली में पीएम 2.5 (हवा में मौजूद अति सूक्ष्म कण) का स्तर 134 दर्ज किया गया जबकि पीएम10 का स्तर 276 रहा।
सीपीसीबी के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में 28 इलाकों में वायु गुणवत्ता ‘खराब’ दर्ज की गई जबकि छह इलाकों में ‘बहुत खराब’ और दो इलाकों में ‘मध्यम’ श्रेणी की वायु गुणवत्ता दर्ज की गई।
भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) ने बताया कि उत्तर-पश्चिमी दिशा से चल रही हवाएं पराली प्रदूषकों के प्रभाव को दिल्ली-एनसीआर तक लेकर आ रही हैं जो बृहस्पतिवार की सुबह तक जारी रहेगा।
केंद्र सरकार की वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (सफर) के अनुसार दीपावली के बाद दिल्ली की वायु गुणवत्ता बिगड़कर ‘गंभीर और आपात’ श्रेणी में जा सकती है।
संस्थान ने बताया कि दीपावली के बाद पीएम10 का संकेंद्रण 575 और पीएम2.5 का 378 तक पहुंच सकता है जो इस साल में हवा की सबसे खराब गुणवत्ता होगी। (भाषा)