नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमला तेज करते हुए कांग्रेस ने आरोप लगाया कि नोटबंदी मोदी द्वारा लाई गई विपदा है। पार्टी ने उनसे इस बात के लिए आत्ममंथन करने का कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था को तीन लाख करोड़ रुपए से अधिक की हानि पहुंचाने के बाद क्या उन्हें पद पर बने रहने का नैतिक अधिकार रह गया है?
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददातओं से कहा कि प्रधानमंत्री को राष्ट्र से क्षमा मांगनी चाहिए तथा नोटबंदी घोटाले को लेकर तुरंत जांच कराई जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी का सारा मकसद विफल हो गया क्योंकि यह निर्णय काले धन, जाली मुद्रा, आतंकवादियों को वित्त पोषण पर लगाम कसने तथा वित्तीय लेनेदन के डिजिटलीकरण के उद्देश्य को हासिल नहीं कर पाया।
उन्होंने कहा कि यदि राजनीति में नैतिकता का कोई आधार रह गया है तो प्रधानमंत्री को इस बात पर आत्ममंथन करना चाहिए कि भारत की अर्थव्यवस्था को तीन लाख करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान पहुंचाने के बाद क्या उन्हें एक भी दिन अपने पद पर बने रहने का नैतिक अधिकार है।
सुरजेवाला ने कहा कि उन्हें राष्ट्र से क्षमा मांगनी चाहिए। उन्हें नोटबंदी घोटाले पर तुरंत जांच का आदेश देना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक चीज स्पष्ट है कि नोटबंदी की आपदा कुछ और नहीं बल्कि एमएमडी (मोदी मेड डिसास्टर) है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि इस आपदा के लिए कौन जिम्मेदार है जिसमें भारतीय अर्थव्यवस्था को तीन लाख करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान पहुंचा, गृहिणियों की जीवन भर की बचत चली गई, 15 लाख लोगों की नौकरी छिन गए, मध्यम एवं छोटे उद्यमों को बंद होने के लिए मजबूर होना पड़ा तथा भारतीय रिजर्व बैंक सहित वित्तीय संस्थानों की साख पर सवालिया निशान लग गए।
सुरजेवाला ने कहा कि यही वजह है कि रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने प्रधानमंत्री एवं भाजपा सरकार को आइना दिखा दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के लिए आत्ममंथन का समय है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने देश को गुमराह किया और देश से झूठ बोला। (भाषा)