- Google और Facebook पहले ही कर चुके हैं यह प्रोग्राम लॉन्च
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Twitter भी करेगा यूजर्स का डेटा बचाने की योजना पर काम
तकनीक के इस समय में डेटा की वेल्यू काफी बढ गई है, यह अब एक असेट को तौर पर देखी जाती है। आने वाले समय में डेटा ही सबकुछ होगा। ऐसे में आने वाले समय में आपके टेक्स्ट, फोटो, वीडियो और अन्य डाक्यूमेंट्स जैसा डिजिटल डेटा भी एक तरह से आपकी संपत्ति की तरह होगा, ऐसे में शायद ही कभी आपने सोचा होगा कि आपके नहीं रहने पर उस डिजिटल डेटा का क्या होगा।
कुछ यही सोचकर Apple ने डिजिटल लिगेसी प्रोग्राम (Digital legacy Programme) लॉन्च किया है। इसका साफ मतलब है कि आपके मरने पर भी आपका पोस्ट किया गया डेटा सुरक्षित रहेगा। वो सारी डिजिटल चीजें सुरक्षित रहेगी, जो अब तक आपने पोस्ट और शेयर की हैं। जाहिर है, यूजर की मौत के बाद भी उसका ऑनलाइन डेटा बेकार नहीं जाएगा, यही इस प्रोग्राम का मकसद है।
कैसे काम करेगा Legacy Programme
जैसे आप मरने से पहले अपनी संपत्ति वसीयत कर अपने किसी वारिस के नाम कर जाते हैं। यह प्रोग्राम भी ठीक वैसे ही काम करेगा। Apple Digital Legacy Programme एक तरह की पावर ऑफ अटॉर्नी ही है, जिससे व्यक्ति तय कर सकेगा कि उसकी मौत के बाद उसकी डिजिटल संपत्ति (जैसे फोटो, वीडियो, क्लिप्स और डॉक्यूमेंट) आदि को किसे ट्रांसफर करना है।
इसके लिए Apple के इस प्रोग्राम में व्यक्ति को अपनी मौत से पहले किन्हीं 5 लोगों के नाम को प्राथमिकता के तौर पर लिस्टिंग कर तय करना होंगे। ये यह 5 लोग कोई भी हो सकते हैं। यह जरूरी नहीं कि इनमें आपके रिश्तेदार, दोस्त या फिर परिवार के सदस्य ही हो। आप अपनी पसंद और प्राथमिकता पर किसी को भी चुन सकेंगे।
ऐसा करने के बाद Apple आपके सजेस्ट किए गए 5 लोगों को iCloud का डिजिटल डेटा हैंडओवर करेगा। शर्त यह होगी कि इन लोगों के लिए जरूरी होगा कि वो मृत व्यक्ति का मृत्यु प्रमाण पत्र दिखा सके। इसके बाद ही मृत व्यक्ति के डेटा पर उनका हक हो सकेगा।
कौन करेगा Apple Legacy का इस्तेमाल?
Apple का Digital Legacy programme लेटेस्ट iOS 15.2 यूजर्स के लिए उपलब्ध रहेगा। यह iPhones, iPads और Mac यूजर के लिए एक लीगल कॉन्ट्रैक्ट होगा। व्यक्ति की मौत के बाद इन 5 लोगों में से किसी एक को व्यक्ति का मृत्यु प्रमाण पत्र देना होगा। इसके बाद उसे डेटा का ऑटोमेटिक एक्सेस मिल जाएगा। साथ ही इस डेटा को बाकी डिवाइस पर लॉक कर दिया जाएगा।
Apple के मुताबिक यूजर्स डिजिटल लिगेसी कॉन्टैक्ट को समय-समय पर अपडेट भी कर सकेगा। Google और Facebook की तरफ से पहले से ही ऐसा प्रोग्राम चलाया जा रहा है। साथ ही Twitter भी इस दिशा में काम कर रहा है।