श्रद्धा वाकर की हत्या से पूरा देश सन्न है। आफताब ने श्रद्धा को काटकर उसके 35 टुकड़े कर डाले। जिसने भी इस कत्ल के बारे में सुना उसकी रूह कांप गई। लेकिन आपको बता दें कि ये पहली बार नहीं है जब किसी अपने ने ही करीबी का कत्ल किया हो। इसके पहले भी कत्ल की ऐसी कहानियां सामने आ चुकी हैं, जिसमें किसी ने अपनी बेटी तो किसी ने पिता और यहां तक कि पूरे परिवार को ही मौत के घाट उतार दिया। कत्ल की इन दास्तानों के पीछे जो मोटिव था उसमें खासतौर से तीन वजहें थीं। प्यार, पैसा और नशा... सबसे पहले जानते हैं श्रद्धा और आफताब की कहानी।
हैवानियत : गर्लफ्रेंड के किए 35 टुकड़े
आफताब और श्रद्धा लिव इन में रहते थे। श्रद्धा ने आफताब के लिए परिवार को छोड़ दिया। उसी आफताब ने श्रद्धा को ऐसी मौत दी कि हर कोई कांप जाए। आफताब और श्रद्धा मुंबई में रहते थे। दोनों के बीच प्यार हुआ। परिवार ने श्रद्धा को इस रिश्ते के लिए मंजूरी नहीं दी। वह परिवार को त्यागकर बॉयफ्रेंड के साथ दिल्ली आ गई। महरौली में लिव-इन में रहने लगे। फिर वो मनहूस दिन आया जब आफताब ने श्रद्धा का कत्ल किया, उसके 35 टुकड़े किए और फ्रिज में रखा। फिर महरौली के जंगल में जाकर लाश के हिस्सों को फेंक दिया।
पैसा : पिता के किए 6 टुकड़े
कत्ल की यह कहानी कोलकाता की है। एक बेटे ने अपने पिता का पहले गला दबाया। फिर लाश को बाथरूम में ले जाकर आरी से उसके एक-एक फीट के छह टुकड़े किए। पिता उज्ज्वल चक्रवर्ती नेवी से रिटायर्ड हुए थे। बेटे ने उनसे कुछ पैसे मांगे। जब उन्होंने देने से इनकार कर दिया तो बेटे ने पिता को धक्का दे दिया। पिता बेहोश हो गए तो बेटे ने मां के कहने पर उनका गला दबा दिया और जान ले ली। उसके बाद मां-बेटे दोनों मिलकर उज्ज्वल चक्रवर्ती की लाश को बाथरूम तक ले गए और फिर बेटे ने आरी से लाश के 6 टुकड़े कर दिए। लाश के टुकड़ों को प्लास्टिक बैग में भरकर फेंक दिए। जिस आरी से बेटे ने अपने पिता का काटा वो पिता ने ही कॉलेज के काम के लिए बेटे को दिलवाई थी। उज्ज्वल चक्रवर्ती अपने बेटे को क्राफ्टिंग का कोर्स करवा रहे थे और उसके लिए ही उन्होंने वो किट अपने बेटे को दिलवाई थी।
नशा : परिवार के 4 लोगों का कत्ल
दिल्ली के पालम में एक घर में चार लाशों से खून बह रहा था। इन लाशों के सामने कातिल बैठा हुआ था जो कोई और नहीं, बल्कि उनका अपना सगा था। दरअसल, केशव नाम के एक लड़के अपने माता-पिता, अपनी दादी और आखिर में अपनी छोटी बहन को बेरहमी से कत्ल कर दिया। पड़ोसियों के मुताबिक रात को केशव के घर से चीखने-चिल्लाने की आवाज़ें आ रहीं थीं। जब पुलिस उस घर में पहुंची तब तक आरोपी चारों को मारा चुका था। घर में हर तरफ खून ही खून पसरा हुआ था। दरअसल, केशव को नशे की लत थी। वो अपने घरवालों से पैसे मांगता था। उस दिन भी उसने सबसे पैसे मांगे, लेकिन पैसे न मिलने पर उसने एक एक कर सभी को मौत के घाट उतार दिया। पहले दादी को चाकू से काटकर मारा, उसके बाद मां को, फिर पिता को और फिर आखिर में छोटी बहन को भी धारदार हथियार से काट डाला।
प्यार : पिता ने सूटकेस में ठूंस दी बेटी की लाश
उत्तर प्रदेश के मथुरा का आयुषी हत्याकांड हाल ही में घटा है। 22 साल की आयुषी को उसके पिता ने ही मौत की सजा दे डाली। उसकी लाश को ट्रॉली बैग में भरकर मथुरा के ही दूसरे इलाके में फेंक दिया। इतना ही आयुषी की मां ने भी अपनी बेटी कत्ल में पति का साथ दिया। आयुषी की गलती सिर्फ इतनी थी कि वो किसी लड़के से प्यार करती थी और उसे अपने प्रेमी से शादी कर ली थी। एक दिन जब वो अपने पति से मिलकर घर लौट रही थी तो पिता ने उस पर गोली चला दी। उसके मां-पिता ने मिलकर बेटी के शव को ट्रॉली बैग में भर दिया और मथुरा के ही राया इलाके में फेंक आए। पुलिस जांच में माता-पिता ने कबूला कि उन्होंने ने ही बेटी की हत्या की थी।
अवैध संबंध : दिल्ली का आरुषि हत्याकांड
आरुषि हेमराज हत्याकाण्ड भारत का सबसे जघन्य व रहस्यमय हत्याकाण्ड था जो 15–16 मई 2008 की रात नोएडा के सेक्टर 25 में हुआ था। सीबीआई के मुताबिक पेशे से चिकित्सक दम्पति पिता डॉ. राजेश तलवार और माता डॉ. नूपुर तलवार ने अपनी एकलौती बेटी आरुषि के साथ अपने घरेलू नौकर हेमराज की नृशंस हत्या कर दी और सबूत मिटा दिए। 15-16 मई 2008 की रात मे यह रहस्यमय हत्याकांड तब हुआ, जब आरुषि के माता-पिता घर में ही मौजूद थे। आरुषि के पिता ने उसको मारने का आरोप उस घर के नौकर हेमराज पर लगाते हुए, एक FIR पुलिस थाने मे दर्ज कराई। पुलिस नौकर हेमराज को आरोपी मानकर जांच कर रही थी। इस वारदात में हेमराज के साथ उसके 4 साथी के भी शामिल होने की शंका जताई गई थी। वारदात में ट्विस्ट तब आया जब हेमराज का शव भी उसी बिल्डिंग की छत से बरामत हुआ। लम्बे समय तक बहुत छानबीन चली, जिसके चलते कई अनजाने से रहस्य समय-समय पर सामने आए। खबरों के मुताबिक आरुषि के पिता डॉ. राजेश तलवार और माता डॉ. नूपुर तलवार को शक था कि बेटी आरुषि और नौकर हेमराज के अवैध सम्बन्ध हैं।
Edited: By Navin Rangiyal