नई दिल्ली। बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक विजयदशमी का शुक्रवार को देशभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर जगह-जगह पर रावण के पुतले जलाए गए और आतिशबाजी की गई।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तथा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की नेता सोनिया गांधी ने राजधानी नई दिल्ली में लाल किले पर आयोजित रामलीला देखी और दशहरा कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
कोविंद तथा मोदी ने लालकिला में 15 अगस्त पार्क मैदान में लव कुश रामलीला कमेटी द्वारा आयोजित रामलीला का मंचन भी देखा। इस मौके पर मोदी ने तीर चलाकर बुराई के प्रतीक रावण का पुतला दहन किया। रावण के अलावा कुंभकर्ण तथा मेघनाथ के पुतलों का भी दहन किया गया।
कोविंद ने रावण दहन देखने आए लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि विजयदशमी का त्योहार बुराई पर अच्छाई की और असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक है। दशहरा मानवीय मूल्यों का भी प्रतीक है। उन्होंने कहा कि विजयदशमी का त्योहार समाज में न्याय को प्रोत्साहित करते हैं। देश में रावण जैसे ज्ञानी राजा का पुतला उसके बुरे कर्मों के कारण जलाया जाता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि भगवान राम का जीवन प्रत्येक व्यक्ति के लिए संदेश और उदाहरण है। उनका जीवन नैतिकता के साथ-साथ समाज के हर वर्ग विशेषकर कमजोर वर्गों के लिए सम्मान तथा उनकी भलाई के लिए काम करने की प्रेरणा देता है।
कोविंद ने यह भी कहा कि हमें त्योहार मनाते समय दूसरों के लिए असुविधा पैदा नहीं करनी चाहिए और पर्यावरण प्रदूषण नहीं करना चाहिए तथा स्वच्छता बनाये रखनी चाहिए। यह सभी की जिम्मेदारी है।
राहुल गांधी, डॉ. सिंह तथा संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी लाल किला मैदान में स्थित धार्मिक रामलीला समिति के रामलीला कार्यकम में हिस्सा लिया और दशहरा उत्सव देखा।
राजधानी में विभिन्न रामलीला कमेटियों ने भी रावण के पुतले का दहन करते हुए विजयदशमी का पर्व मनाया। रामलीला कमेटियों के अलावा राजधानी की विभिन्न कालोनियों और मोहल्लों ने भी रावण के पुतले का दहन किया गया। (वार्ता)