ED raid on Anil Ambani companies : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अनिल अंबानी समूह की कंपनियों और यस बैंक के खिलाफ 3,000 करोड़ रुपए के ऋण घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले की जांच के सिलसिले में गुरुवार को एक साथ कई जगह छापे मारे।
बताया जा रहा है कि संघीय एजेंसी यस बैंक द्वारा रिलायंस अंबानी समूह की कंपनियों को दी गई ऋण स्वीकृतियों में घोर उल्लंघनों के आरोपों की जांच कर रही है।
उन्होंने बताया कि धनशोधन का यह मामला सीबीआई द्वारा दर्ज कम से कम 2 प्राथमिकियों और राष्ट्रीय आवास बैंक, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी), राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग प्राधिकरण (एनएफआरए) तथा बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा साझा की गई रिपोर्ट से जुड़ा है।
गौरतलब है कि कभी देश के सबसे अमीर लोगों में शामिल रहे अनिल अंबानी की रिलायंस कैपिटल, आरएनईएल, रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर समेत अधिकांश कंपनियां आज दिवालिया हो चुकी हैं या बिकने के कगार पर हैं।
उल्लेखनीय है कि यस बैंक के डूबे कर्ज की एक बड़ी वजह एडीएजी समूह की कंपनियों को दिया गया कर्ज है। 2020 में गैर निष्पादित आस्तियों (एनपीए) के ऊंचे स्तर की वजह से भारतीय स्टेट बैंक की अगुवाई वाले बैंकों के गठजोड़ ने बैंक में 10,000 करोड़ रुपए की पूंजी डालकर उसे संकट से बाहर निकाला है। बैंक के लिए राहत पैकेज से पहले सरकार और रिजर्व बैंक ने मार्च में यस बैंक के निदेशक मंडल को भंग कर दिया था। साथ ही बैंक के नए मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) और निदेशक मंडल की नियुक्ति की थी।
edited by : Nrapendra Gupta