Festival Posters

अमर जवान ज्योति को राष्ट्रीय समर स्मारक की लौ में मिलाने पर पूर्व सैनिकों की मिली-जुली प्रतिक्रिया

Webdunia
शुक्रवार, 21 जनवरी 2022 (15:23 IST)
नई दिल्ली। पूर्व सैनिकों ने यहां इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति का राष्ट्रीय समर स्मारक पर जल रही लौ के साथ विलय किए जाने के केंद्र के निर्णय पर शुक्रवार को मिली-जुली प्रतिक्रिया व्यक्ति की। पूर्व एयर वाइस मार्शल मनमोहन बहादुर ने ट्विटर पर प्रधानमंत्री को टैग करते हुए उनसे इस आदेश को रद्द करने की अपील की।

ALSO READ: History of Amar Jawan Jyoti: कैसे 1972 से जल रही अमर जवान ज्‍योति अब बुझ जाएगी, क्‍या है इसका इतिहास
 
उन्होंने कहा कि श्रीमान, इंडिया गेट पर जल रही लौ भारतीय मानस का हिस्सा है। आप, मैं और हमारी पीढ़ी के लोग वहां हमारे वीर जवानों को सलामी देते हुए बड़े हुए हैं। बहादुर ने कहा कि एक ओर जहां राष्ट्रीय समर स्मारक का अपना महत्व है, वहीं दूसरी ओर अमर जवान ज्योति की स्मृतियां भी अतुल्य हैं।
 
हालांकि पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल सतीश दुआ ने केंद्र के निर्णय पर संतोष व्यक्त किया। दुआ ने कहा कि राष्ट्रीय समर स्मारक के डिजाइन चयन और निर्माण में भूमिका निभाने वाले व्यक्ति के रूप में मेरा विचार है कि इंडिया गेट प्रथम विश्वयुद्ध के शहीद नायकों का स्मारक है।
 
उन्होंने कहा कि अमर जवान ज्योति को 1972 में स्थापित किया गया था, क्योंकि हमारे पास कोई और स्मारक नहीं था। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय समर स्मारक देश की आजादी के बाद युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि देता है और सभी श्रद्धांजलि समारोहों को पहले ही नए स्मारक में स्थानांतरित किया जा चुका है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 25 फरवरी, 2019 को राष्ट्रीय समर स्मारक का उद्घाटन किया था, जहां ग्रेनाइट के पत्थरों पर 25,942 सैनिकों के नाम सुनहरे अक्षरों में अंकित हैं। पूर्व कर्नल राजेंद्र भादुड़ी ने कहा कि अमर जवान ज्योति पवित्र है और इसे बुझाने की जरूरत नहीं है। भादुड़ी ने ट्विटर पर लिखा कि इंडिया गेट पर उन भारतीय सैनिकों के नाम हैं जिन्होंने युद्ध के दौरान अपनी जान गंवाई। यह मायने नहीं रखता कि इसे किसने बनवाया?
 
अमर जवान ज्योति का निर्माण 1971 के भारत-पाक युद्ध में जान गंवाने वाले भारतीय सैनिकों के लिए एक स्मारक के रूप में किया गया था। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 26 जनवरी, 1972 को इसका उद्घाटन किया था। पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल कमलजीत सिंह ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रीय समर स्मारक के उद्घाटन के बाद दोनों लौ का एक होना लाजमी है। पूर्व लेफ्टिनेंट कर्नल अनिल दुहून ने ट्विटर पर कहा कि अगर किसी के जैसी कोई चीज नहीं बना सकते, तो उसे ही तोड़ दो। नए भारत के लिए भाजपा का मंत्र है। उन्होंने कहा कि अमर जवान ज्योति इतनी पवित्र है कि उसे छुआ या स्थानांतरित नहीं किया जा सकता।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

दिल्ली के लोग किस मौसम का मजा लें, PM मोदी के बयान पर बोलीं प्रियंका गांधी

Samsung Galaxy Tab A11 भारत में लॉन्च, AI फीचर्स और दमदार बैटरी के साथ मचा देगा धमाल

kharge vs nadda : जगदीप धनखड़ के जिक्र पर राज्यसभा में बवाल, नड्डा ने खरगे को दे डाली डॉक्टर के पास जाने की सलाह

MSP और कर्जमाफी को लेकर 5 जिलों के हजारों किसानों का हाईवे जाम, आटा-दाल साथ लाए, रूट डायवर्ट, आमजन परेशान

संसद परिसर में कुत्ते पर कलह, रेणुका चौधरी ने कहा- छोटा सा तो है, काटने वाले तो...

सभी देखें

नवीनतम

LIVE: इंडिगो के विमान को बम की धमकी, मुंबई में इमरजेंसी लैंडिंग

दिल्ली NCR में वायु प्रदूषण बना साइलेंट किलर, पराली नहीं है जहरीली हवा की असली वजह

व्हाइट हाउस ने जारी की डोनाल्ड ट्रंप की मेडिकल रिपोर्ट, कैसा है अमेरिकी राष्‍ट्रपति का स्वास्‍थ्य?

अचानक इंदौर के दयालबाग स्थित आश्रय स्थल पहुंचे मुख्‍यमंत्री डॉ. मोहन यादव, ली सुविधाओं की जानकारी

Sanchar Saathi App क्या है और सरकार ने स्मार्टफोन कंपनियों क्यों दिया आदेश, कैसे रुकेंगे साइबर क्राइम

अगला लेख