चारों धामों के गर्भगृह को छोड़कर बाकी मंदिर के होंगे ऑनलाइन दर्शन

Webdunia
शनिवार, 23 मई 2020 (08:14 IST)
देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शुक्रवार को उत्तराखंड देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड से कहा कि चारों हिमालय धामों के दर्शन के इच्छुक श्रद्धालुओं को गर्भगृह को छोड़कर बाकी मंदिर परिसर के ऑनलाइन दर्शन और ऑडियो के माध्यम से पूजा-अर्चना की सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
ALSO READ: कोरोना काल में खुले बद्रीनाथ धाम के कपाट, 11 क्विंटल फूलों से सजाया गया मंदिर
यहां चारधाम देवस्थानम प्रबंध बोर्ड की पहली बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री रावत ने इसे प्रदेश के लिए एक ऐतिहासिक क्षण बताया और कहा कि विश्वभर में उत्तराखंड अध्यात्म का केंद्र है और यहां के मंदिरों की प्राचीन शैली इसकी विशिष्टता है जिसे बनाए रखना होगा।
ALSO READ: केदारनाथ धाम के कपाट खुले, पीएम मोदी की ओर से हुई पहली पूजा
यहां जारी एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग मंदिरों के ऑनलाइन दर्शन करना चाहते हैं, उन्हें गर्भगृह को छोड़कर मंदिर परिसर के ऑनलाइन दर्शन एवं ऑडियो के माध्यम से पूजा-अर्चना करने की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। हालांकि उन्होंने कहा कि इसमें धार्मिक मान्यताओं का भी पूरा ध्यान रखा जाए।
 
गौरतलब है कि गढवाल हिमालय के चारों धामों- बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुल चुके हैं लेकिन कोविड-19 के कारण अभी तीर्थयात्रियों को उनके दर्शन के लिए आने की अनुमति नहीं है। बैठक में कोविड-19 के मददेनजर चारधाम यात्रा का सुचार ढंग से चलाने तथा मंदिरों से जुड़ी प्रमुख पांडुलिपियों एवं अन्य ऐतिहासिक महत्व के सामग्री संग्रहण के लिए संग्रहालय बनाने पर भी चर्चा की गई।
 
रावत ने कहा कि कुछ अन्य मंदिर समितियों ने भी देवस्थानम बोर्ड से जुड़ने की इच्छा व्यक्त की है जिसके बारे में विचार कर भविष्य में कुछ अन्य मंदिरों को भी इससे जोड़ा जा सकता है। बोर्ड ने राज्य सरकार द्वारा धार्मिक यात्रा के समुचित संचालन के लिए अंतरविभागीय समन्वय के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय समिति का गठन करने तथा बोर्ड का एक अलग लोगो बनाने का भी निर्णय लिया।
 
मंदिरों की संपत्ति, निधि, बहुमूल्य वस्तुओं को बोर्ड के प्रबंधन में लाने हेतु मुख्य कार्यकारी अधिकारी को अधिकृत किया गया। इसके अलावा यह भी फैसला किया गया कि बोर्ड का अलग बैंक खाता होगा जिसके लिए बैठक में राज्य सरकार द्वारा 10 करोड़ रुपए की धनराशि की स्वीकृति दी गई। बद्री-केदार मंदिर समिति की अवशेष धनराशि भी उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड में स्थानांतरित की जाएगी।
ALSO READ: कोविड-19 के साए में शुरू हुई चारधाम यात्रा, खुले गंगोत्री-यमनोत्री के कपाट
बैठक में फैसला लिया गया कि उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड में विभिन्न न्यायिक मामलों के लिए न्यायाधिकरण बनाया जाएगा। उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के उपाध्यक्ष सतपाल महाराज, बद्रीनाथ के विधायक महेंद्र भट्ट, गंगोत्री के विधायक गोपाल रावत, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह और बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख