नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और कुछ अन्य स्थानों पर कोरोनावायरस (Coronavirus) के लगातार बढ़ते मामलों के बीच चौथी लहर की आशंका व्यक्त की जाने लगी है। दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से मामले लगातार बढ़कर आ रहे हैं।
लगातार 11 हफ्तों की गिरावट के बाद, भारत में कोविड-19 के मामले इस सप्ताह फिर से बढ़ गए। पिछले 7 दिनों की बात करें तो कोरोना संक्रमण के नए मामलों की संख्या में 35% की वृद्धि हुई है। दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के दिल्ली से निकटवर्ती जिलों में कोरोना संक्रमण के नए मामलों में सर्वाधिक वृद्धि हुई है। हालांकि, कोविड-19 के कुल मामलों की संख्या अब भी कम है और अब तक, संक्रमण के नए मामलों में वृद्धि उपरोक्त तीन राज्यों तक ही सीमित रही है।
दिल्ली में खास ऐहतियात : दिल्ली-एनसीआर के स्कूल कोविड-19 मामलों में फिर से वृद्धि के मद्देनजर निरंतर सैनिटाइजेशन सहित विभिन्न एहतियाती कदम उठा रहे हैं। दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के स्कूल संक्रमण को फैलने से रोकने के वास्ते सभी जरूरी उपाय कर रहे हैं। स्कूलों द्वारा किए जा रहे अन्य उपायों में किसी कक्षा में संक्रमण का मामला सामने आने के बाद उसे बंद करने और माता-पिता को अपने बच्चों को बिना मास्क के स्कूल नहीं भेजने की सलाह देना शामिल है।
यूपी में जरूरी हुआ मास्क : उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे कुछ राज्यों में कोविड संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर राज्य की राजधानी लखनऊ समेत 7 जिलों में सार्वजनिक स्थलों पर मास्क लगाने को फिर से अनिवार्य कर दिया गया है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के जिलों में इसके प्रभाव के मद्देनजर गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, बुलंदशहर और बागपत के साथ-साथ राजधानी लखनऊ में भी सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाने को अनिवार्य कर दिया गया है। दरअसल, नियमों में शिथिलता के चलते लोगों ने मास्क लगाना ही बंद कर दिया है।
214 लोगों की मौत : देश में कोरोना के घटते-बढ़ते मामलों के बीच 17 जुलाई को 214 लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही देश में महामारी से मरने वालों की कुल संख्या 5 लाख 21 हजार 965 हो गई है। देश में इस समय कोरोना से होने वाली मौतों की दर 1.21 प्रतिशत है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले 24 घंटों में कोविड संक्रमण के 2183 नए मरीज सामने आए हैं।
पिछली बार क्या थी स्थिति : 15 अप्रैल 2021 को एक दिन में कोरोना मामलों की संख्या 2 लाख 739 थी, जो कि 17 अप्रैल को बढ़कर 2 लाख 34 हजार 692 हो गई। इस आंकड़े के मान से वर्तमान में स्थिति काफी अच्छी है। 15 अप्रैल 2022 को एक दिन में 973 मामले सामने आए थे, जबकि 16 अप्रैल को ये आंकड़ा बढ़कर 1150 हो गया, वहीं 17 अप्रैल को यह आंकड़ा लगभग डबल होकर 2183 हो गया। वहीं 2020 में 15 अप्रैल को 1118 मामले सामने आए थे।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ : गणितीय सूत्र के माध्यम से कोरोना संक्रमण की भविष्यवाणी करने वाले आईआईटी कानपुर के प्रो. मणीन्द्र अग्रवाल का कहना है कि भारत में चौथी लहर की संभावना नहीं है। अग्रवाल का कहना है कि पुराना म्यूटेंट ही अपना असर दिखा रहा है। साथ ही 70-80 केस के आधार पर संक्रमण की गंभीरता का पता नहीं लगाया जा सकता है। इसके साथ ही अग्रवाल ने दावा किया कि 90 फीसदी आबादी में प्राकृतिक रूप से इम्यूनिटी पैदा हो गई है।