रांची। झारखंड के देवघर में बने नए एयरपोर्ट पर देवघर प्रशासन और भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के बीच विवाद हो गया। देवघर प्रशासन ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी समेत 9 लोगों के खिलाफ जबरन एटीएस में घुसने के आरोप में मामला दर्ज कराया है। वहीं इस मामले में सांसद की शिकायत पर देवघर डीसी पर दिल्ली के नार्थ एवेन्यू थाने में जीरो एफआईआर दर्ज की गई है।
एयरपोर्ट की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रहे डीएसपी रैंक के अधिकारी ने कुंडा थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराते हुए सांसद निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी, निशिकांत दुबे के दोनो बेटे, शेषाद्रि दुबे, सुनील तिवारी, पिंटू तिवारी, देवता पांडे, देवघर एयरपोर्ट के डायरेक्टर संदीप ढींगरा और पायलट के खिलाफ शिकायत की है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है।
एयरपोर्ट के डायरेक्टर संदीप ढींगरा पर भी अपने कर्तव्य के प्रति लापरवाही व यात्रियों को अप्रत्यक्ष रूप से एटीसी रूम में प्रवेश व उपस्थिति के लिए समर्थन करने के लिए प्राथमिकी दर्ज कराई है।
इन लोगों के खिलाफ आरोप है कि उन्होंने जबरन ATC की बिल्डिंग में घुसकर दबाव बनाते हुए न सिर्फ नियमों का उल्लंघन किया बल्कि सुरक्षा से खिलवाड़ करते हुए जबरन उड़ान भरने के लिए क्लियरेंस लिया और दिल्ली के लिए टेक ऑफ कर गए।
वहीं इस मामले में सांसद की शिकायत पर देवघर डीसी पर दिल्ली के नार्थ एवेन्यू थाने में जीरो एफआईआर दर्ज की गई है।
क्या है मामला : 31 अगस्त को दोपहर 1:50 बजे देवघर एयरपोर्ट पर दिल्ली से आया एक चार्टर्ड प्लेन उतरा। इसमें सांसद निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी, कपिल मिश्रा समेत कुछ अन्य लोग थे। शाम 5:25 बजे दिल्ली जाने के लिए ये लोग फिर एयरपोर्ट पहुंचे। यात्री प्लेन के अंदर चले गए और गेट बंद हो गया। कुछ देर बाद दरवाजा खुला व पायलट एटीसी की तरफ चले गए। वह भी उनके पीछे गए।
बताया जा रहा है कि एयरपोर्ट में नाइट टेकऑफ, लैंडिंग व IFR सुविधा उपलब्ध नहीं होने के कारण एटीसी क्लीयरेंस संभव नहीं था। एटीसी कंट्रोल रूम में डायरेक्टर संदीप ढींगरा व पायलट की बात हो रही थी। एटीसी पर क्लीयरेंस के लिए दबाव डाला गया। कुछ देर बाद सांसद निशिकांत दुबे व मनोज तिवारी सहित अन्य भी एटीसी रूम में पहुंच गए। सभी ने जल्द क्लीयरेंस के लिए दबाव बनाया। इसके बाद उन्हें एटीसी क्लीयरेंस मिल गया व सभी लोग वहां से निकल गए।
देवघर डीसी ने ट्वीट कर कहा, देवघर एयरपोर्ट पर सुरक्षा मानकों के उल्लंघन एवं ATC बिल्डिंग के अन्दर बिना किसी अनुमति के यात्रियों के प्रवेश को लेकर उपायुक्त कार्यालय को पत्र मिला है। इस संदर्भ के C.C.T.V. अवलोकन में पाया कि ATC बिल्डींग में दिनांक 31.08.2022 को घटना वक्त यात्रियों के अलावा कई अन्य व्यक्ति भी ATC बिल्डींग में सुरक्षा मापदण्डों का उल्लंघन करते हुए प्रवेश किए थे।