धू-धू करके जल उठीं उधमपुर-दुर्ग एक्सप्रेस की बोगियां, चलती ट्रेन में लगी थी आग
ट्रेन तीन घंटे बाद शाम 6 बजकर 5 मिनट पर गंतव्य के लिए रवाना की गई। झांसी रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि डीआरएम ने घटना के कारणों की जांच के आदेश दे दिए हैं।
मुरैना (मप्र)। मुरैना और धौलपुर रेलवे स्टेशनों के बीच मध्यप्रदेश के हेतमपुर (मुरैना) रेलवे स्टेशन के पास उधमपुर-दुर्ग एक्सप्रेस (20848) की दो वातानुकूलित (एसी) बोगियों में शुक्रवार को आग लग गई। यह जानकारी मध्यप्रदेश के एक पुलिस अधिकारी ने दी है।
हालांकि, इस घटना में किसी भी यात्री के हताहत होने की खबर नहीं है, क्योंकि आग पर समय पर काबू कर लिया गया था। आग ए-1 कोच में दोपहर करीब साढ़े तीन बजे लगी जो बाद में ए-2 बोगी में भी फैल गई। यह ट्रेन उधमपुर से दुर्ग जा रही थी और हादसे के बाद उसे तुरंत रोक लिया गया था।
सरायछोला पुलिस थाना प्रभारी ऋषिकेश शर्मा ने बताया ने बताया कि यात्री किसी तरह ट्रेन की खिड़की के शीशे तोड़कर ट्रेन से बाहर आने में कामयाब रहे। रेलवे अधिकारियों के अनुसार इन दोनों बोगियों में 70 से अधिक यात्री थे।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आग लगने से धुआं एक अन्य एसी बोगी एवं जनरेटर वैन में भी घुस गया। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों ने आग को बुझाने में अहम भूमिका निभाई।
शर्मा ने कहा कि आग में दोनों एसी बोगियां एवं यात्रियों का सामान जल गया। उन्होंने कहा कि क्षतिग्रस्त बोगिया को ट्रेन से अलग कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि ये दुर्घटना मुरैना और धौलपुर के बीच हेतमपुर (मुरैना) स्टेशन के पास मुरैना जिले के सरायछोला थाना इलाके में हुई। उन्होंने कहा कि हादसे के वक्त यह ट्रेन उधमपुर से दुर्ग जा रही थी। शर्मा ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही अग्निशमन दल और पुलिस मौके पर पहुंच गए थे।
वहीं रेल प्रशासन द्वारा प्रभावित डिब्बे के यात्रियों को भी दूसरे बोगियों में शिफ्ट किया गया। यह ट्रेन तीन घंटे बाद शाम 6 बजकर 5 मिनट पर गंतव्य के लिए रवाना की गई। झांसी रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि डीआरएम ने घटना के कारणों की जांच के आदेश दे दिए हैं।