18वीं लोकसभा का पहला संसदीय सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। नए सत्र के साथ ही आज पीएम नरेंद्र मोदी सहित नवनिर्वाचित सांसदों का शपथ दिलाई जाएगी। सत्र में विपक्ष सरकार को घेरेने की कोशिश करेगा। ऐसे में पहला सत्र हंगामेदार रहने की उम्मीद है, क्योंकि विपक्ष 26 जून को लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव, NEET-UG और UGC-NET में पेपर लीक के आरोपों पर चर्चा करने की मांग करेगा। साथ ही प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति पर विवाद के मुद्दे पर विपक्ष एनडीए सरकार को संसद सत्र में घेर सकता है।
प्रोटेम स्पीकर पीएम मोदी को दिलाएंगे शपथ : सोमवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भारतीय जनता पार्टी के सांसद भर्तृहरि महताब को लोकसभा के प्रोटेम स्पीकर के रूप में शपथ दिलाएंगी। इसके बाद महताब लोकसभा के नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सदन के सदस्य के रूप में शपथ लेने के लिए आमंत्रित करेंगे।
मंत्रिपरिषद भी लेगा शपथ : प्रधानमंत्री मोदी के शपथ लेने के बाद उनकी मंत्रिपरिषद भी शपथ लेगी। इसके बाद प्रोटेम स्पीकर राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त अध्यक्षों के पैनल को शपथ दिलाएंगे, जो 26 जून को अध्यक्ष के चुनाव तक सदन की कार्यवाही चलाने में उनकी सहायता करेंगे। कोडिकुन्निल सुरेश (कांग्रेस), टी आर बालू (DMK), राधा मोहन सिंह और फग्गन सिंह कुलस्ते (BJP) और सुदीप बंद्योपाध्याय (TMC) को लोकसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाने में महताब की सहायता के लिए राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त किया गया है।
क्या है INDIA गठबंधन की नाराजगी : हालांकि, सांसदों के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान प्रोटेम स्पीकर की सहायता के लिए इंडिया गठबंधन के सांसद स्पीकर की कुर्सी के पास नहीं बैठेंगे। कांग्रेस और इंडिया ब्लॉक की पार्टियां इस बात से नाराज हैं कि परंपरा को तोड़कर 8 बार के कांग्रेस सांसद के सुरेश की जगह 7 बार के बीजेपी सांसद भ्रातृहरि मेहताब को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया है।