तिरुवनंतपुरम। कोचीन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीयूएसएटी) के एक वैज्ञानिक ने रविवार को दावा किया कि केरल के कुछ क्षेत्रों में पिछले कुछ दिनों में हुई मूसलाधार बारिश ने छोटे बादल फटने का संकेत दिया है। इसके चलते जानमाल को नुकसान हुआ।
वायुमंडलीय विज्ञान विभाग (सीयूएसएटी) के वैज्ञानिक एस अभिलाष ने इडुक्की और कोट्टायम जिलों के सबसे बुरी तरह प्रभावित क्षेत्रों में दो घंटे में 5 सेमी से अधिक बारिश होने का हवाला देते हुए कहा कि यह एक प्रकार कसे छोटे बादल फटने की घटना है।
उन्होंने कहा कि भारत मौसम विभाग की परिभाषा के अनुसार अल्प अवधि के लिए 1 घंटे में 5 से 10 सेंटीमीटर के बीच बारिश होने को छोटा बादल फटना कहा जाता है। अभिलाष ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि केरल में पश्चिमी घाट क्षेत्र के उच्च पर्वतीय क्षेत्र भूस्खलन के लिए अतिसंवेदनशील हैं।
उन्होंने कहा कि इडुक्की और कोट्टायम में बादल फटने के चलते अचानक भारी बारिश होने से भूस्खलन और बाढ़ आ गई, जिससे जानमाल को नुकसान हुआ। (भाषा)