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Weather Update: असम में बाढ़ का कहर, 54 लोगों की मौत, अनेक वाहन राजमार्ग पर फंसे

हमें फॉलो करें Weather Update: असम में बाढ़ का कहर, 54 लोगों की मौत, अनेक वाहन राजमार्ग पर फंसे
, शनिवार, 18 जून 2022 (08:27 IST)
गुवाहाटी/नई दिल्ली। असम में भारी वर्षा हुई है। यहां के दारांग जिले के सिपाझार इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग 15 पर बाढ़ का पानी बह रहा है। दारांग जिला प्रशासन ने बाढ़ को देखते हुए राजमार्ग पर सभी वाहनों की आवाजाही को रोक दिया है। इसके बाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर सैकड़ों ट्रक फंसे हुए हैं। इस वर्षा से 54 लोगों की मौत हो गई है।
 
असम राज्य के 28 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। इन जिलों में 18.94 लाख लोगों पर बाढ़ का असर पड़ा है। असम में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण गुवाहाटी के विभिन्न हिस्सों में भीषण जलजमाव हो गया है।
 
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने उनसे असम में बाढ़ की स्थिति के बारे में जानकारी लेने के लिए फोन किया। इस प्राकृतिक आपदा के कारण लोगों को हो रही कठिनाइयों पर चिंता व्यक्त करते हुए पीएम मोदी ने केंद्र सरकार से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।
 
पूर्वी मध्यप्रदेश में वर्षा जारी : भोपाल से प्राप्त समाचार के अनुसार पूर्वी मध्यप्रदेश के जिलों में रुक-रुककर वर्षा होने का सिलसिला जारी है। हालांकि मानसून अभी खंडवा में ही ठिठका हुआ है। मानसून के 19 जून से पूर्वी मध्यप्रदेश से आगे बढ़ने की संभावना है और इस दौरान मध्यप्रदेश के कई जिलों में वर्षा का दौर जारी रहेगा।
 
भारी बारिश जारी : पिछले 24 घंटों के दौरान मानसून गुजरात के कुछ हिस्सों, महाराष्ट्र के अधिकांश हिस्सों, दक्षिण मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में आगे बढ़ गया है। पूर्वोत्तर भारत के उपहिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश जारी है। आंतरिक तमिलनाडु, लक्षद्वीप के कुछ हिस्सों और दक्षिण-पूर्व राजस्थान और उत्तरप्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ 1-2 स्थानों पर भारी बारिश हुई।
 
एक ट्रफ रेखा हरियाणा से उत्तरप्रदेश, बिहार, उपहिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और असम होते हुए नगालैंड तक फैली हुई है। दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। क्या ट्रफ रेखा इस चक्रवाती परिसंचरण से उत्तर-पश्चिमी अरब सागर तक फैली हुई है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र हरियाणा और आसपास के इलाकों में निचले स्तरों पर बना हुआ है। पूर्वी मध्यप्रदेश में भी वर्षा हुई है तथा पश्चिमी मध्यप्रदेश में 19 जून तक मानसून के आने की संभावना है।
 
एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पाकिस्तान के मध्य भाग पर बना हुआ है। एक चक्रवाती परिसंचरण बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में समुद्र तल से 1.5 से 5.8 किमी ऊपर है। रायलसीमा से कोमोरिन क्षेत्र तक निचले स्तर पर एक ट्रफ रेखा बनी हुई है। एक अन्य चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तरी तमिलनाडु और आसपास के क्षेत्र में समुद्र तल से लगभग 3.1 ऊपर है।
 
बिहार, मध्यप्रदेश, केरल, तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा, रायलसीमा, तटीय आंध्रप्रदेश के कुछ हिस्सों, तेलंगाना के कुछ हिस्सों, आंतरिक ओडिशा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में हल्की से मध्यम बारिश हुई। झारखंड, पूर्वी और मध्य उत्तरप्रदेश, पूर्वी हरियाणा, दिल्ली, दक्षिण गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की बारिश हुई।
 
अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावना : स्काईमेटवेदरडॉटकॉम के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वोत्तर भारत में मध्यम से भारी बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर बहुत भारी बारिश संभव है। उपहिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, पूर्वोत्तर बिहार, केरल के कुछ हिस्सों, तटीय कर्नाटक, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु के आंतरिक हिस्सों, रायलसीमा और तेलंगाना में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है। पंजाब और लक्षद्वीप लक्ष्यदीप में एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है।
 
बिहार, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, ओडिशा, उत्तरप्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर और पूर्वी राजस्थान, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, पूर्वी गुजरात, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की बारिश संभव है।(फ़ाइल चित्र)

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