नई दिल्ली। अमेरिका के एक शीर्ष सैन्य अधिकारी ने कहा कि जनरल इलेक्ट्रिक (जीई) का लड़ाकू विमानों के इंजन के लिए भारत के साथ प्रौद्योगिकी साझा करने का प्रस्ताव सही दिशा में उठाया गया कदम है और दोनों देश इस पर आगे बढ़ने के लिए मिलकर काम कर सकते हैं।
अमेरिकी वायुसेना के सचिव फ्रैंक केंडल ने यह भी कहा कि भारत और अमेरिका हवाई सूचना साझा करने के एक समझौते पर काम कर रहे हैं और इसे बहुत जल्द अंतिम रूप दिया जा सकता है।
भारत की यात्रा पर आए केंडल ने भारत-अमेरिका रक्षा संबंधों से संबंधित कई विषयों पर राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय, रक्षा मंत्रालय और विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत की।
जीई के भारत में स्वदेश निर्मित लड़ाकू विमानों के लिए इंजन प्रौद्योगिकी की पेशकश के प्रस्ताव के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह एक कामयाबी है।
उन्होंने कहा कि इंजन की प्रौद्योगिकी के लिए जनरल इलेक्ट्रिक ने जो पेशकश की है, मुझे लगता है कि यह कुछ मायनों में एक सफलता है। मुझे उम्मीद है कि भारत के साथ हम इसे आगे बढ़ाने का मार्ग तलाशने पर मिलकर काम कर सकते हैं।
भारत अपने लड़ाकू विमानों के लिए प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के ढांचे के तहत भारत में जेट इंजन के निर्माण की संभावना तलाश कर रहा है।
केंडल ने कहा कि अमेरिका-भारत रक्षा साझेदारी आगे बढ़ रही है और अंतरिक्ष क्षेत्र सहित विभिन्न क्षेत्रों में अधिक सहयोग की गुंजाइश है। भाषा