नई दिल्ली। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा कि नॉन स्टेट एक्टर्स और टेक्नोलॉजी के बढ़ते दबाव ने युद्ध के हालात बदल दिए हैं। ऐसे में सेना को हर तरह के युद्ध के लिए तैयार रहना चाहिए।
कारगिल विजय दिवस की 20वीं बरसी के मौके पर आयोजित एक सेमीनार में रावत ने कहा, भविष्य के टकराव ज्यादा घातक और कल्पना से परे होंगे। उन्होंने कहा कि इस तरह के युद्धों में तकनीक और साइबर डोमेन की बड़ी भूमिका होगी।
पाकिस्तान का छद्म युद्ध : जनरल रावत ने कहा कि पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ छद्म युद्ध छेड़ रखा है। हालांकि उन्होंने कहा कि भारतीय सेना अपनी सीमा की रक्षा करने में सक्षम है। पाक प्रायोजित आतंकवाद और घुसपैठ से भी सेना अच्छी तरह से निपट सकती है। उन्होंने कहा कि किसी भी दुस्साहस से कड़े तौर पर निपटा जाएगा।
उन्होंने कारगिल युद्ध को याद करते हुए कहा कि तमाम कठिनाइयों और विपरीत हालातों के बावजूद भारत ने शानदार जीत हासिल की थी। बहादुर सेना पर राष्ट्र को गर्व है।
चीनी घुसपैठ : दूसरी ओर कार्यक्रम से इतर सेना प्रमुख ने लद्दाख के डेमचोक में चीनी सेना की घुसपैठ का खंडन किया। उन्होंने कहा कि इस तरह की कोई घुसपैठ नहीं हुई। वास्तविक नियंत्रण पर चीनी सैनिक गश्त करते हैं। अगर वे हद लांघते हैं तो हम उन्हें रोकते हैं। उल्लेखनीय है कि जब डेमचोक में लोग तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा का जन्मोत्सव मना रहे थे, तब वहां चीनी सैनिकों की घुसपैठ की खबर आई थी।