नई दिल्ली। महाराष्ट्र में दलित विरोधी हिंसा की कड़ी निंदा करते हुए कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि सरकार संसद में विपक्ष की आवाज दबा रही है। विपक्ष महाराष्ट्र में जातीय हिंसा का मामला उठाना चाहता था, लेकिन इसकी अनुमति नहीं दी गई।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने यहां संसद भवन परिसर में बातचीत में भारतीय जनता पार्टी पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाया और कहा कि केंद्र में साढ़े तीन साल पहले उसके के सत्ता में आने के बाद से दलितों पर अत्याचार किया जा रहा है।
सरकार पर संसद में विपक्ष की आवाज दबाने का आरोप लगाते हुए आजाद ने कहा कि राज्यसभा में विपक्ष दलितों पर अत्याचार के मुद्दे पर चर्चा कराना चाहता था। विपक्ष महाराष्ट्र में जातीय हिंसा का मामला उठाना चाहता था, लेकिन इसकी अनुमति नहीं दी गई। सदन की कार्यवाही को प्रसारित करने की अनुमति नहीं दी गई, जिससे विपक्ष की आवाज जनता तक नहीं पहुंच सकी।
भोजनावकाश से पहले राज्यसभा की कार्यवाही महाराष्ट्र में हिंसा को लेकर हंगामे के कारण दो बार स्थगित की गई। (वार्ता)