दुनिया को भुखमरी मुक्त करने का लक्ष्य

Webdunia
शुक्रवार, 13 अक्टूबर 2017 (14:06 IST)
कोलकाता। संयुक्त राष्ट्र के अंग खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) ने वर्ष 2030 तक विश्व को भुखमरी मुक्त रखने का लक्ष्य निर्धारित किया है और इस वर्ष की मुख्य विषयवस्तु 'प्रवास का भविष्य बदलें, खाद्य सुरक्षा और ग्रामीण विकास में निवेश करिए' रखी गई है।
 
इस संगठन की स्थापना 16 अक्टूबर 1945 को हुई थी और उसी दिन की याद में प्रतिवर्ष विश्व खाद्य दिवस मनाया जाता है। इस मौके पर 150 देशों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है ताकि लोगों को भुखमरी की शिकार आबादी की तकलीफों से अवगत कराया जा सके और खाद्य सुरक्षा तथा सभी के लिए पोषक तत्वों से युक्त भोजन मुहैया कराने कर जरूरत पर बल दिया जा सके।
 
इस दिन का मुख्य फोकस इस बात पर है कि भोजन एक आधारभूत और बुनियादी मौलिक अधिकार है फिर भी विश्व में 80.5 करोड़ लोग दीर्घकालिक भुखमरी का शिकार हैं और 60 प्रतिशत महिला आबादी तथा पांच वर्ष से कम आयु के लगभग 50 लाख बच्चे रोजाना कुपोषण जनित रोगों के कारण मौतों का शिकार हो रहे हैं।
 
पूरे विश्व में इस समय अजीब माहौल है और बढ़ते आपसी संघर्षों तथा राजनीतिक अस्थिरता की वजह से घर छोड़कर अन्य क्षेत्रों में प्रवास करने की प्रवृति द्वितीय विश्व युद्ध के मुकाबले कहीं अधिक है। पूरे विश्व को प्रवास की समस्या से सामना करना पड़ रहा है और इसमें भुखमरी, गरीबी और बदलती मौसमी परिस्थितियों का भी योगदान है। रोजाना हो रहे प्रवास से जटिल चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जिसे देखते हुए वैश्विक स्तर पर कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।
 
गरीब आबादी का तीन चौथाई हिस्सा कृषि और ग्रामीण क्षेत्रों से जुड़ी गतिविधियों में सलंग्न है और बढ़ते प्रवास को रोकने का एकमात्र उपाय यही हो सकता है कि युवा आबादी को उनके गांवों या आसपास के क्षेत्रों में रोजगार जैसी सुविधाएं उपलब्ध करानी चाहिए ताकि वे सुरक्षित महसूस कर सकें। ग्रामीण विकास के क्षेत्र में निवेश से अंतरराष्ट्रीय जगत प्रवास की समस्या को काफी हद तक हल कर सकता है तथा विस्थापित एवं बेघर हो चुके लोगों की समस्या का हल निकाल सकता है। (वार्ता) 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

5वें चरण में 57.40 फीसदी मतदान, बारामूला में टूटा वोटिंग का रिकॉर्ड, जानें कहां कितने प्रतिशत पड़े वोट

वाइस प्रेसिडेंट मुखबेर ईरान के अंतरिम राष्ट्रपति बने, भारत में 1 दिन का शोक

भीषण गर्मी में लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में सुस्त रही मतदान की रफ्तार, आदित्य ठाकरे ने निर्वाचन आयोग पर उठाए सवाल

AAP की मुश्किलें बढ़ीं, ED की चार्जशीट में खुलासा अमेरिका, ईरान, यूएई जैसे देशों से मिली करोड़ों की फंडिंग

दिग्विजय सिंह का दावा, I.N.D.I.A. गठबंधन को वैसा ही समर्थन मिल रहा, जैसा 1977 में...

भाजपा का आरोप, स्वाति मालीवाल का चरित्र हनन कर रही है AAP

अभिजीत गंगोपाध्याय को महंगी पड़ी ममता पर टिप्पणी, 24 घंटे नहीं कर सकेंगे चुनाव प्रचार

2 करोड़ की कार से रईसजाने ने ली 2 होनहार इंजीनियरों की जान, निबंध लिख मिली जमानत, लोग बोले ये कैसा न्याय?

संजय राउत का बड़ा आरोप, निर्वाचन आयोग भाजपा की विस्तारित शाखा

संस्कृत से कैसे विकास के पथ पर आगे बढ़ सकता है भारत, चुनाव में क्यों नहीं होती इस पर बात?

अगला लेख