बेंगलुरु। मानव संसाधन कंपनी टीमलीज सर्विसेस की रोजगार परिदृश्य रिपोर्ट के अनुसार, बेंगलुरु देश के ऐसे शीर्ष शहर के रूप में उभरा है जो चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में भर्तियां करने का सबसे मजबूत इरादा रखता है। इसके पीछे वजह सूचना प्रौद्योगिकी, ई-वाणिज्य, एफएमसीजी तथा अन्य संबंधित क्षेत्रों में हासिल हुई वृद्धि है।
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि 95 फीसदी नियोक्ताओं ने जुलाई से सितंबर की तिमाही में अधिक भर्तियां करने का मन बनाया है जबकि इससे पहले अप्रैल से जून की अवधि में 91 फीसदी नियोक्ताओं ने ऐसा कहा था। भारत की 61 फीसदी कॉरपोरेट कंपनियां इस अवधि में भर्ती की इच्छुक हैं जो पिछली तिमाही की तुलना में सात फीसदी अधिक है। बेंगलुरु में विनिर्माण और सेवा दोनों क्षेत्रों में भर्तियों को लेकर सकारात्मक रूख देखने को मिला।
इस मामले में विनिर्माण क्षेत्र में अग्रणी उद्योग हैं दैनिक उपयोग की वस्तुओं वाला क्षेत्र एफएमसीजी (48 फीसदी), स्वास्थ्य देखभाल एवं दवा (43), विनिर्माण, इंजीनियरिंग एवं अवसंरचना (38), ऊर्जा और बिजली (34) तथा कृषि एवं कृषि रसायन (30)।
सेवा क्षेत्र में भर्ती के इरादे के लिहाज से अग्रणी उद्योग हैं सूचना प्रौद्योगिकी (97 फीसदी), ई-वाणिज्य एवं संबंधित स्टार्टअप (85), शैक्षणिक सेवाएं (70), दूरसंचार (60), खुदरा (आवश्यक वस्तुएं) (64), खुदरा (गैर आवश्यक) (30) और वित्तीय सेवाएं (55)।
टीमलीज सर्विसेस में मुख्य कारोबार अधिकारी महेश भट्ट ने कहा कि बीते दशक में बेंगलुरु ने एक बाजार के तौर पर विविध उद्योगों में बढ़िया वृद्धि दर्ज की है। यहां नए दौर की इंटरनेट आधारित कई कंपनियां उभरी हैं जो विविध मूल्य आधारित सेवाओं और उत्पादों की पेशकश करती हैं।
उन्होंने कहा कि इस सकारात्मक वृद्धि से विभिन्न क्षेत्रों और भूमिकाओं में रोजगार के अपार अवसर पैदा हुए हैं। अधिकाधिक नियोक्ता अपने संसाधनों के बेड़े का विस्तार करना चाहते हैं और अधिक वेतन दे सकते हैं। आने वाली तिमाहियों में भर्ती के इरादे और मजबूत होकर 97 फीसदी होने की उम्मीद है।
भर्ती के इच्छुक नियोक्ता, विनिर्माण क्षेत्र में सबसे ज्यादा दिल्ली (72 फीसदी), फिर मुंबई (59) और चेन्नई (55) में हैं। सेवा क्षेत्र में सबसे आगे है बेंगलुरु (97 फीसदी), इसके बाद मुंबई (81) और फिर दिल्ली (68) है।