MGNREGA Wage Rates : चुनाव से पहले सरकार ने बढ़ाई मनरेगा की मजदूरी, जानिए कितनी हुई बढ़ोतरी...

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
गुरुवार, 28 मार्च 2024 (17:42 IST)
Government increased MGNREGA wages : महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी (MGNREGA) योजना के तहत मजदूरी को संशोधित किया गया है और अलग-अलग राज्यों में मेहनताने में 4 से 10 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है।
 
एक अधिसूचना के अनुसार, अब योजना के तहत अकुशल श्रमिकों को देश में सबसे ज्यादा 374 रुपए प्रति दिन की मजदूरी हरियाणा में मिलेगी जबकि सबसे कम मेहनताना उन्हें अरुणाचल प्रदेश और नगालैंड में मिलेगा जहां इस योजना के तहत काम करने पर मजदूरों को 234 रुपए प्रति दिन की मजदूरी मिलेगी। सिक्किम की तीन पंचायतों- ग्नथांग, लाचुंग और लाचेन में मजदूरी दर 374 रुपए प्रतिदिन है।
 
लोकसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लगे होने की वजह से निर्वाचन आयोग की मंजूरी के बाद केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय ने योजना के तहत मिलने वाली मजदूरी में बदलाव की अधिसूचना जारी की। योजना के तहत 2023 की मजदूरी दरों पर बढ़ोतरी की गई है। योजना का मकसद ग्रामीण परिवारों को एक वित्तीय वर्ष में कम से कम 100 दिन का रोजगार देकर उनकी रोज़गार की सुरक्षा को बढ़ाना है।
ALSO READ: महुआ मोइत्रा ने क्यों किया ED नोटिस को नजरअंदाज, क्या है लोकसभा चुनाव से कनेक्शन?
अधिसूचना के मुताबिक, गोवा में मजदूरी दर में 34 रुपए की बढ़ोतरी की गई है जो देश में सबसे ज्यादा है और अब राज्य में प्रतिदिन का मेहनताना 356 रुपए हो गया है। वहीं आंध्र प्रदेश में प्रतिदिन 28 रुपए की बढ़ोतरी की गई और मजदूरी दर अब 300 रुपए है।
 
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड ने सात रुपए का इज़ाफा किया है जो सबसे कम है तथा अब मनरेगा के तहत काम करने पर श्रमिक को प्रति दिन 237 रुपए मिलेंगे। पश्चिम बंगाल ने मजदूरी में 13 रुपए की बढ़ोतरी की है जिसके बाद राज्य में मेहनताना 250 रुपए हो गया है।
ALSO READ: लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू, 12 राज्यों की 88 सीटों पर 26 अप्रैल को वोटिंग
इसी तरह तमिलनाडु ने मजदूरी 25 रुपए बढ़ाकर 319 रुपए, तेलंगाना ने 28 रुपए का इज़ाफा कर 300 रुपए और बिहार ने 17 रुपए की वृद्धि कर मेहनताना 228 रुपए कर दिया है। बढ़ोतरी के बाद मजदूरी के मामले में हरियाणा शीर्ष पर है, हालांकि उसने करीब चार प्रतिशत का इजाफा किया है।
 
कुल मिलाकर, बढ़ोतरी चार से 10 प्रतिशत के बीच है। अधिसूचना में उल्लिखित आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि आंध्र प्रदेश, गोवा, कर्नाटक और तेलंगाना में लगभग 10 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। इस साल की शुरुआत में संसद में पेश की गई एक रिपोर्ट में, ग्रामीण विकास और पंचायती राज पर संसद की स्थाई समिति ने कहा था कि राज्यों में मनरेगा मजदूरी में भिन्नता काफी ज्यादा है।
ALSO READ: लोकसभा चुनाव: संसद में आदिवासी महिलाओं का प्रतिनिधित्व इतना कम क्यों है?
इसने यह भी कहा था कि मजदूरी अपर्याप्त है और जीवनयापन की बढ़ती लागत के अनुरूप नहीं है। समिति ने न्यूनतम मजदूरी पर केंद्र सरकार की अनूप सत्पथी समिति की एक रिपोर्ट का भी हवाला दिया, जिसमें सिफारिश की गई थी कि मनरेगा के तहत मजदूरी 375 रुपए प्रति दिन होनी चाहिए। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

PAN 2.0 Project : अब बदल जाएगा आपका PAN कार्ड, QR कोड में होगी पूरी कुंडली

तेलंगाना सरकार ने ठुकराया अडाणी का 100 करोड़ का दान, जानिए क्या है पूरा मामला?

Indore : सावधान, सरकारी योजना, स्कीम और सब्सिडी के नाम पर खाली हो सकता है आपका खाता, इंदौर पुलिस की Cyber Advisory

क्‍या एकनाथ शिंदे छोड़ देंगे राजनीति, CM पर सस्पेंस के बीच शिवसेना UBT ने याद दिलाई प्रतिज्ञा

संभल विवाद के बीच भोपाल की जामा मस्जिद को लेकर दावा, BJP सांसद ने शिव मंदिर होने के दिए सबूत

सभी देखें

नवीनतम

क्या शिंदे पर बनाया गया दबाव, कांग्रेस का नया बयान

संभल हिंसा को लेकर पुराना वीडियो वायरल, गलत दावे के साथ किया जा रहा शेयर

संभल की सच्चाई : क्या है तुर्क बनाम पठान का एंगल? जानिए पूरी कहानी

LIVE: अब अजमेर दरगाह शरीफ का होगा सर्वे, अदालत ने स्वीकार की हिन्दू पक्ष की याचिका

मजाक बनकर रह गई प्रक्रिया, वक्फ बोर्ड संसदीय समिति से बाहर निकले विपक्षी सांसद, 1 घंटे बाद वापस लौटे

अगला लेख