नई दिल्ली। अगरतला, बेंगलुरु, तिरुवनंतपुरम, वडोदरा और उज्जैन सहित 25 शहरों को बच्चों, देखभाल करने वालों और परिवारों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए सरकार की 'नर्चरिंग नेबरहुड चैलेंज' के लिए चुना गया है।
केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि इन शहरों को शुरुआती जीत प्रदर्शित करने, नागरिकों की भागीदारी के लिए काम करने और उनके प्रस्तावों पर सहमति बनाने के लिए अगले छह महीनों में तकनीकी सहायता, क्षमता निर्माण आदि प्राप्त होगी।
मंत्रालय ने कहा कि यह चैलेंज तीन वर्ष का कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य सरकार के स्मार्ट सिटी मिशन के तहत बचपन के अनुकूल पड़ोस का समर्थन करना है। इस चुनौती के लिए अगरतला, बेंगलुरु, कोयंबटूर, धर्मशाला, इरोड, हुबली-धारवाड़, हैदराबाद, इंदौर, जबलपुर, काकीनाडा, कोच्चि, कोहिमा, कोटा, नागपुर, राजकोट, रांची, रोहतक, राउरकेला, सलेम, सूरत, तिरुवनंतपुरम, तिरुप्पुर, उज्जैन, वडोदरा और वारंगल को चुना गया है।
मंत्रालय ने बयान में कहा कि समय के साथ, कार्यक्रम शहर के नेताओं, प्रबंधकों, कर्मचारियों, इंजीनियरों, शहरी नियोजकों और वास्तुकारों को विकास और नियोजन में बचपन विकास पर ध्यान केंद्रित करने में सक्षम बनाएगा।
स्मार्ट सिटी मिशन के निदेशक कुणाल कुमार ने एक बयान में कहा, यह दृष्टिकोण स्मार्ट सिटी मिशन की रणनीति के साथ अच्छी तरह से मेल खाता है...।(भाषा)