आम आदमी पार्टी ने भाजपा के गढ़ गुजरात में नगर निगमों के चुनाव में धमाकेदार इंट्री की है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि नई राजनीति की शुरुआत करने के लिए गुजरात के लोगों को दिल से बधाई। उन्होंने कहा कि गुजरात के लोगों ने काम की राजनीति को वोट दिया।
गुजरात के लोग भाजपा और कांग्रेस की राजनीति से त्रस्त थे। गुजरात के लोगों को एक विकल्प चाहिए था और आम आदमी पार्टी के रूप में उनको यह विकल्प मिला है। अब आने वाला चुनाव सिर्फ आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच होगा।
आप प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मोदी के गढ़ में लोग भाजपा को बदलने कोशिश कर रहे हैं और वे मौका कांग्रेस की जगह आम आदमी पार्टी को दे रहे हैं। यह पहली बार सच होने जा रहा है कि गुजरात में सिर्फ भाजपा और आम आदमी पार्टी ही है, वहां कांग्रेस नाम की कोई तीसरी पार्टी नहीं है।
उन्होंने कहा कि देशभर से कांग्रेस अब खत्म होती जा रही है। जब तक कांग्रेस खत्म नहीं होगी, तब तक भाजपा की सरकारें बनती रहेंगी, क्योंकि कांग्रेस भाजपा की ऑक्सीजन हैं। भारद्वाज ने कहा कि भाजपा के प्रति लोगों में गुस्सा है और आम आदमी पार्टी उनकी एक उम्मीद बन गई है।
आप के वरिष्ठ नेता एवं उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि गुजरात के सभी शहरों में लोग पार्टी पर भरोसा जता रहे हैं। लोग अब परिवर्तन चाह रहे हैं। अभी तक गुजरात में जो सेटिंग की राजनीति थी, उसका अंत हो गया। अब सेटिंग की राजनीति नहीं चलेगी, अब जनता के मुद्दे चलेंगे।
हम जनता के मुद्दों को सड़क पर भी उठाएंगे और सदन में भी उठाएंगे। सूरत के लोगों ने गजब कर दिया है, उन्हें धन्यवाद है। गुजरात के लोग भाजपा से परेशान हो चुके हैं, उन्हें कांग्रेस पर भरोसा नहीं है। भाजपा के प्रति लोगों में गुस्सा है और आम आदमी पार्टी उनकी एक उम्मीद बन गई है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हमने महाराष्ट्र और हिमाचल के अंदर चुनावों में शिरकत की। पंजाब के अंदर नगर निगम का चुनाव लड़ा और आज गुजरात के अंदर पहली बार पार्टी ने नगर निगमों के चुनाव लड़े। यह चुनाव गुजरात के बड़े-बड़े शहरों के अंदर लड़े जा रहे हैं।
भारद्वाज ने कहा कि गुजरात के अंदर जो परिणाम आए हैं। इनके कई राजनीतिक मायने भी निकाले जाएंगे। हमारी समझ में यह एक बहुत बड़ी बात है कि मोदी का विकास मॉडल कहलाने वाला गुजरात, जहां पर पिछले 25 सालों से सूरत नगर निगम में और गुजरात में भाजपा की सरकार है, वहां पर आज लोग अगर भाजपा को बदलने की कोशिश कर रहे हैं, तो वह मौका कांग्रेस की जगह आम आदमी पार्टी को दिया जा रहा है।
मुझे लगता है कि आज पहली बार यह सच होने जा रहा है कि गुजरात दो पार्टियों का राज्य है, जहां भाजपा और आम आदमी पार्टी है। वहां पर तीसरी कोई पार्टी नहीं है।
दूसरी बड़ी बात यह है कि जहां-जहां लोग भाजपा से परेशान हैं, जहां-जहां भी देश के अन्य राज्यों में लोगों को लगा कि भाजपा के शासन में उनकी उम्मीदें और वादे पूरे नहीं हुए। वहां लोगों ने भाजपा को हराने के लिए वोट दिया। पहली विपक्षी दल होने के नाते कांग्रेस को वोट मिला और कांग्रेस ने सीटें जीती, मगर कांग्रेस के विधायक जीतने के बावजूद भी सरकारें भाजपा की बनी। जिससे लोग बहुत आहत और दुखी हैं।
लोगों को लगता है कि यह धोखेबाजी है और ऐसा एक जगह नहीं हुआ। ऐसा गोवा में हुआ, कर्नाटक में हुआ, मध्यप्रदेश में हुआ और अभी हाल ही में दो-तीन दिन पहले पुंडीचेरी में हुआ। इस तरह वोट अगर कांग्रेस को भी दिए जा रहे हैं, तो सरकार बीजेपी की बन रही है, क्योंकि वोट कांग्रेस को दिया जाता है, विधायक चुन कर कांग्रेस का आता है, लेकिन बिक कर वह भाजपा में चला जाता है और सरकार भाजपा की बन जाती है।
आम आदमी पार्टी महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर और गोवा की जनता के बीच अपनी स्वीकार्यता को साबित कर चुकी है। महाराष्ट्र में हाल ही में संपन्न हुए ग्राम पंचायत चुनाव में आप ने धमाकेदार इंट्री करते हुए 300 सीटों में से 145 पर जीत दर्ज की। हिमाचल प्रदेश में संपन्न हुए पंचायत चुनाव आप ने 40 प्रत्याशी मैदान में उतारे थे और 36 सीटों पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। आप जम्मू कश्मीर में जिला विकास काउंसिल सदस्य की एक सीट जीत चुकी है। गोवा में जिला पंचायत सदस्य की एक सीट भी जीत चुकी है।